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जम्मू-कश्मीर: अमरनाथ पवित्र गुफा के लिए 4132 तीर्थयात्रियों का जत्था रवाना - Amarnath yatra 2024

Amarnath yatra 2024 Pilgrims Fresh batch leaves for holy cave: जम्मू-कश्मीर से अमरनाथ तीर्थयात्रियों का जत्था बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए निकलने का सिलसिला जारी है. 52 दिवसीय पवित्र अमरनाथ यात्रा का समापन 19 अगस्त को होगा.

Amarnath yatra
अमरनाथ तीर्थयात्रियों (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 16, 2024, 10:01 AM IST

श्रीनगर: कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अमरनाथ यात्रा बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों पर जारी है. 4132 यात्रियों का नया जत्था मंगलवार सुबह जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से अमरनाथ पवित्र गुफा की ओर रवाना हुआ. तीर्थयात्रियों का 19वां जत्था बालटाल और नुनवान के दो आधार शिविरों से रवाना हुआ. श्रद्धालु हिमालय पर्वत पर 3880 मीटर ऊंचे पवित्र गुफा मंदिर में बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे.

यात्रियों के नए जत्थे ने सुबह-सुबह दो मार्गों, पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे नुनवान-पहलगाम मार्ग और 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से अपनी यात्रा शुरू की. एक अधिकारी ने बताया कि 19वें दिन 151 वाहनों में 4132 यात्री जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से रवाना हुए और पुलिस तथा सुरक्षा बलों की निगरानी में अमरनाथ पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना करने के लिए कश्मीर घाटी के पहलगाम और बालटाल आधार शिविरों में पहुंचे.

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 29 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू होने के बाद से तीन लाख 25 हजार से अधिक यात्रियों ने पवित्र गुफा में दर्शन किए. सोमवार को 15134 यात्रियों ने पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना की. मंगलवार को सुबह-सुबह जम्मू से घाटी की ओर रवाना हुए यात्रियों में 1839 पुरुष, 414 महिलाएं, 8 बच्चे, 57 साधु और 06 साध्वी शामिल हैं.

मौसम संबंधी सलाह: मौसम विभाग ने अमरनाथ गुफा मंदिर के आसपास हल्की से मध्यम बारिश, गरज के साथ बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान जताया है. अमरनाथ गुफा समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित है और यहां केवल पैदल या टट्टू द्वारा ही पहुंचा जा सकता है.

हिमालय की गहराई में स्थित, इस गुफा मंदिर तक अनंतनाग-पहलगाम अक्ष और गंदेरबल-सोनमर्ग-बालटाल अक्ष के माध्यम से पहुंचा जा सकता है. दूसरा है पहलगाम मार्ग, जो गुफा से लगभग 36-48 किलोमीटर दूर है और इसे तय करने में 3-5 दिन लगते हैं. हालांकि यह एक लंबी यात्रा है, लेकिन यह थोड़ी आसान और कम खड़ी है. 52 दिवसीय अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त तक जारी रहेगी.

ये भी पढ़ें- कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का एक और जत्था रवाना हुआ

श्रीनगर: कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अमरनाथ यात्रा बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों पर जारी है. 4132 यात्रियों का नया जत्था मंगलवार सुबह जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से अमरनाथ पवित्र गुफा की ओर रवाना हुआ. तीर्थयात्रियों का 19वां जत्था बालटाल और नुनवान के दो आधार शिविरों से रवाना हुआ. श्रद्धालु हिमालय पर्वत पर 3880 मीटर ऊंचे पवित्र गुफा मंदिर में बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे.

यात्रियों के नए जत्थे ने सुबह-सुबह दो मार्गों, पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे नुनवान-पहलगाम मार्ग और 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से अपनी यात्रा शुरू की. एक अधिकारी ने बताया कि 19वें दिन 151 वाहनों में 4132 यात्री जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से रवाना हुए और पुलिस तथा सुरक्षा बलों की निगरानी में अमरनाथ पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना करने के लिए कश्मीर घाटी के पहलगाम और बालटाल आधार शिविरों में पहुंचे.

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 29 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू होने के बाद से तीन लाख 25 हजार से अधिक यात्रियों ने पवित्र गुफा में दर्शन किए. सोमवार को 15134 यात्रियों ने पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना की. मंगलवार को सुबह-सुबह जम्मू से घाटी की ओर रवाना हुए यात्रियों में 1839 पुरुष, 414 महिलाएं, 8 बच्चे, 57 साधु और 06 साध्वी शामिल हैं.

मौसम संबंधी सलाह: मौसम विभाग ने अमरनाथ गुफा मंदिर के आसपास हल्की से मध्यम बारिश, गरज के साथ बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान जताया है. अमरनाथ गुफा समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित है और यहां केवल पैदल या टट्टू द्वारा ही पहुंचा जा सकता है.

हिमालय की गहराई में स्थित, इस गुफा मंदिर तक अनंतनाग-पहलगाम अक्ष और गंदेरबल-सोनमर्ग-बालटाल अक्ष के माध्यम से पहुंचा जा सकता है. दूसरा है पहलगाम मार्ग, जो गुफा से लगभग 36-48 किलोमीटर दूर है और इसे तय करने में 3-5 दिन लगते हैं. हालांकि यह एक लंबी यात्रा है, लेकिन यह थोड़ी आसान और कम खड़ी है. 52 दिवसीय अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त तक जारी रहेगी.

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