बीजापुर: 10 मई को पीडिया मुठभेड़ में 12 नक्सलियों को मार गिराने का दावा पुलिस ने किया. ग्रामीणों ने इसे फर्जी मुठभेड़ बताते हुए तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए गए गांव के लोगों को मारने का आरोप पुलिस पर लगाया. इस मामले में कांग्रेस जांच दल के नेताओं ने बीजापुर के गंगालूर थानाक्षेत्र के मुतवेंडी में पीडिया के पीड़ितों से मुलाकात की और पूरे मामले की जांच की मांग की.
![Alleged Naxal Encounter](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/16-05-2024/cg-bjr-01-janch-avb-cg10026_16052024214825_1605f_1715876305_797.jpg)
साय सरकार में आदिवासियों की हत्या का आरोप: जांच टीम के संयोजक और विद्यानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष संतराम नेताम ने पीडिया मुठभेड़ पर छत्तीसगढ़ की साय सरकार को घेरा. संतराम नेताम ने आरोप लगाया कि भाजपा के 6 माह के कार्यकाल में निर्दोष आदिवासियों को मारा जा रहा है. पुलिस को आगे कर भाजपा आदिवासियों को खत्म करना चाहती है. जांच में सभी से मिलकर बयान लिया और पूछताछ की.
आने वाले विधानसभा सत्र में पीडिया मुठभेड़ पर स्थगन प्रस्ताव लाया जाएगा. इसकी न्यायिक जांच भी कराएंगे. भाजपा नहीं चाहती कि आदिवासी शांति से रहे- संतराम नेताम, जांच टीम के संयोजक
पीडिया मुठभेड़ के पीड़ितों से कांग्रेस नेताओं की मुलाकात (ETV Bharat)
सदन से सड़क तक लड़ाई : बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी ने कहा -"प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बाद भी निर्दोष आदिवासियों की हत्या हो रही है. ग्रामीणों ने बताया कि सभी निर्दोष हैं जो तेंदूपत्ता तोड़ने जंगल गये थे जहां उन्हें गोली मारी गई. उच्चस्तरीय जांच की मांग कांग्रेस करेगी.
आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बाद भी आदिवासियों की दयनीय स्थिति हो गई है. कांग्रेस सड़क की लड़ाई लड़ेगी. -विक्रम मंडावी, विधायक बीजापुर
पीडिया जंगल में मुठभेड़ पर राजनीति (ETV Bharat)
पीडिया जंगल में मुठभेड़ पर राजनीति: बीजापुर पुलिस का दावा है कि गंगालूर थाना इलाके के पीडिया के जंगलों में 12 घंटे चली मुठभेड़ में फोर्स ने 12 नक्सलियों को ढेर किया. इस पूरे ऑपरेशन में 900 से ज्यादा जवान शामिल थे. मुठबेड़ के बाद जवानों ने 12 नक्सलियों के शव बरामद किए. एनकाउंटर के बाद कथित मृतक नक्सलियों के परिजन और सामाजिक कार्यकर्ताओं को फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाया.