श्रीनगर: उत्तराखड के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए वायु सेना का अभियान चल रहा है. पौड़ी जनपद में भी लगातार वानाग्नि की घटनाएं सामने आने से वायु सेना ने यहां अपने ऑपरेशन को केंद्रित किया हुआ है. वनाग्नि को रोकने के लिए जिला प्रशासन और वन विभाग ने वायुसेना की मदद ली हुई है.
वायु सेना का वनाग्नि बुझाने का ऑपरेशन जारी: वायु सेना की टीम पिछले तीन दिनों से पौड़ी जनपद में वनाग्नि को रोकने का प्रयास कर रही है. आज सुबह 8 बजे से वायु सेना के हेलीकॉप्टर एमआई 17 ने जीवीके की झील से बम्बी बकेट से पानी भरा. इस पानी से अदवाणी में वनाग्नि को बुझाने का कार्य किया. इसके साथ ही श्रीनगर के आसपास में खिरसू और चरकुंडी में वनाग्नि को बुझाया गया. आज वायु सेना देर सायं तक अपना आपरेशन जारी रखेगी.
गढ़वाल के मुख्य वन संरक्षक पहुंचे पौड़ी: इसके साथ ही फायर सीजन में वनाग्नि से जमकर धधक रहे पौड़ी के जंगलों का जायजा लेने के लिये मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल नरेश कुमार पौड़ी पहुंचे. मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल ने बताया कि बेकाबू हो रही वनाग्नि की घटनाओं पर काबू पाने के प्रयास लगातार किये जा रहे हैं. सड़कों के आसपास से फैली आग जब ऊंची पहाड़ियों तक पहुंच रही है, तो फिर जंगल की आग को काबू कर पाना वन विभाग के लिये बेहद चुनौतीपूर्ण हो रहा है. ऐसे में वायुसेना के हेलीकॉप्टर से मदद ली जा रही है. एमआई 17 हेलीकॉप्टर पानी के बकट से ढाई हजार लीटर पानी एक रांउड में छोड़ रहा है. वनाग्नि को शांत करने तक लगातार राउंड मार रहा है. वहीं काफी हद तक वन विभाग की टीम भी मुस्तैदी के साथ वनाग्नि को नियंत्रित करने के प्रयास कर रही है.
नरेश कुमार ने ये कहा: मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल नरेश कुमार ने बताया कि वन विभाग की टीम को जिन जिन संसाधनों की जरूरत है, उनकी लिस्ट डीएफओ से मांगी गई है. जल्द ही आग बुझाने के लिये सभी संसाधन वनकर्मियों को उपलब्ध करवा दिये जाएंगे. फिलहाल फायर किट देकर वनाग्नि को शांत किया जा रहा है.
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