रायपुर: तीन दिनों तक चले सैन्य समारोह का सोमवार को शानदार तरीके से समापन हो गया. समापन कार्यक्रम में राज्यपाल रमेन डेका शामिल हुए. राज्यपाल को सबसे पहले एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर ने आकाश से सलामी दी. राज्यपाल ने कहा कि आपके समर्पण और साहस को पूरा देश सलाम करता है. रमेन डेका ने कहा कि सेना में शामिल होना या नौकरी पाना सिर्फ एक काम नहीं बल्कि एक कर्तव्य की भावना है, राष्ट्र प्रेम का जज्बा है. सेना के इस आयोजन से युवाओं में देशभक्ति का जोश जागता है. राज्यपाल ने शहीद जवानों को इस मौके पर नमन भी किया.
''सेवा और समर्पण का दूसरा नाम है सेना'': राज्यपाल ने कहा कि सैन्य प्रदर्शनी के जरिए युवाओं में साहस का संचार हुआ है. सेना में जाने की युवाओं में भावना बढ़ी है. सेना ने मैदान में जो करतब दिखाए हैं उसकी जितनी भी तारीफ की जाए वो कम है. राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्र की रक्षा के लिए जिस समर्पण भाव से सेना के जवान काम करते हैं वो काबिले तारीफ है. राज्यपाल ने कहा कि भारतीय सेना के पराक्रम को करीब से देखने का मौका छत्तीसगढ़ के युवाओं को मिला ये बहुत बड़ी बात है. सैन्य प्रदर्शनी में भारतीय सेना के घातक हथियारों को देखकर युवाओं का सीना गर्व से चौड़ा हो गया.
एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर ने दी आसमान से सलामी: सैन्य प्रदर्शनी के तीसरे दिन एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर ने राज्यपाल रमेन डेका को आकाश से सलामी दी. मोटरसायकल सवार जवानों ने एक से बढ़कर एक करतब मैदान में दिखाए. डेयर डेविल्स की टीम जब तिरंगा झंडा लेकर मैदान में पहुंची तो लोगों ने शानदार तालियों के साथ उनका स्वागत किया. एनसीसी कैडट दल के घुड़सवारों ने भी अपने हैरतअंगेज कारनामों से प्रदर्शनी देखने आए लोगों का दिल जीत लिया. प्रोग्राम के अंत में भारतीय सेना के बैंड ने देशभक्ति धुनों से लोगों का दिल जीत लिया.
सैन्य प्रदर्शनी में आए हथियार: रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में लगी सैन्य प्रदर्शनी में सेना ने अपने घातक हथियारों को जनता के सामने रखा. प्रदर्शनी में जिन हथियारों को रखा गया था उसमें भीष्म टैंक टी 90, स्ट्रेला मिसाइल, बीएमपी टू टैंक, एयर टू सरफेस रॉकेट लॉन्चर, अत्याधुनिक मशीनगन और गन शामिल रहे. सेना ने न सिर्फ हथियारों की प्रदर्शनी में शामिल किया बल्कि उनके बारे में विस्तार से लोगों को बताया भी. कौन सा हथियार कितना घातक और किस हथियार की कितनी मारक क्षमता है ये भी जानकारी लोगों को दी. सेना के हथियारों और उनके युद्ध कौशल को देखकर प्रदर्शनी में आए लोगों ने उनकी खूब तारीफ की. सेना के जवानों ने भी कहा कि छत्तीसगढ़ के लोगों के मेहमाननवाजी से वो काफी खुश हुए.
तीन दिनों तक चला आयोजन: तीन दिनों तक चले आयोजन का आगाज सीएम विष्णु देव साय ने किया. सीएम ने प्रदर्शन के पहले दिन गृहमंत्री विजय शर्मा के साथ प्रदर्शनी को देखा. इस दौरान सीएम ने भीष्म टैंक टी 90 और घातक रॉकेट लॉन्चर की भी जानकारी सेना के जवानों से ली. आयोजन के दूसरे दिन स्कूली बच्चे और युवा बड़ी संख्या में सैन्य प्रदर्शनी को देखने पहुंचे. छात्रों ने कहा कि इस तरह के आयोजन आगे भी होते रहने चाहिए. आयोजन के दूसरे दिन डेयर डेविल्स की टीम और एनसीसी कैडट के घुड़सवारों ने शानदार कदमताल का प्रदर्शन किया.
सीएम की मांग सेना के आधिकारियों ने की स्वीकार: सैन्य प्रदर्शनी का आयोजन पहले दो दिनों का ही रखा गया था. कार्यक्रम के पहले दिन ही सीएम ने सेना के अधिकारियों से निवेदन किया कि कार्यक्रम को एक दिन के लिए बढ़ा दिया जाए. सीएम के इस आवेदन को सेना के अफसरों ने स्वीकार कर लिया. सीएम ने भी कहा कि इस तरह के आयोजन बस्तर में भी किए जाने चाहिए. सेना के अधिकारियों ने सीएम के इस आग्रह पर कहा कि वो भविष्य में इस पर जरुर विचार करेंगे. सीएम का कहना था कि बस्तर में इस तरह के आयोजन से युवाओं में देशभक्ति की भावना बढ़ेगी सेना में जाने का हौसला भी बुलंद होगा.