पटना : पिछले दो दिनों से पश्चिम बंगाल का आसनसोल लोकसभा सीट हॉट सीट बना हुआ है. वजह यह है कि इस सीट पर टीएमसी से चुनाव जीतकर आए सिने स्टार बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा सांसद हैं. बीजेपी ने दो दिन पहले आसनसोल से भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह के नाम की घोषणा कर दी. लेकिन, एक दिन बाद ही पवन सिंह ने इस सीट से चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर दी. अब सीट पर कौन चुनाव लड़ेगा? इसको लेकर बीजेपी उहापोह की स्थिति में है.
आसनसोल से चुनाव लड़ेंगी अक्षरा? : बीजेपी को एक ऐसे चेहरे की तलाश है जो शत्रुघ्न सिन्हा को तो टक्कर दे सके. साथ ही साथ उसमें चुनाव जीतने की क्षमता भी हो. ऐसे में अब भोजपुरी फिल्मों की अभिनेत्री अक्षरा सिंह का नाम आ रहा है, कि वह इस सीट से चुनाव लड़ सकती है. हालांकि अक्षरा सिंह, प्रशांत किशोर के जन सुराज के साथ जुड़ चुकी है. वैसे अक्षरा सिंह चुनाव लड़ने को तैयार हैं, यह बात अक्षरा सिंह ने नहीं कही, यह बात उनके पिता विपिन सिंह ने कही.
'मौका मिला तो जरूर लड़ेंगे' : अक्षरा सिंह के पिता विपिन सिंह ने कहा कि अभी तक बीजेपी की तरफ से कोई आधिकारिक बात नहीं हुई है. हालांकि वह उन्होंने यह कहा कि मौका मिला तो वह चुनाव लड़ने को तैयार हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत में अभिनेत्री अक्षरा सिंह के पिता विपिन सिंह ने बताया कि इसके आधिकारिक जानकारी तो अक्षरा सिंह ही दे सकती हैं.
''मुझे भी इस बात की भनक लगी है कि अक्षरा सिंह को चुनाव लड़ाया जा सकता है. अक्षरा फिलहाल यहां नहीं हैं, वह बागेश्वर धाम में हैं. उनसे अभी बात नहीं हो पाई है. यदि उनसे बात होगी तो आगे की जानकारी मैं दे सकता हूं.''- विपिन सिंह, अक्षरा सिंह के पिता
'अक्षरा समाज सेवा लगातार कर रही हैं' : जब विपिन सिंह से पूछा गया कि क्या अक्षरा सिंह चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं? तो उन्होंने कहा कि हम लोग रोज समाज सेवा में लगे रहते हैं. चुनाव बहुत बड़ी बात नहीं है. हम तो पब्लिक के लिए काम करते हैं. हम उनके लिए काम करते हैं, नाचते हैं, गाते हैं, अभिनय से मनोरंजन करते हैं.
''जनता के विकास का दायित्व मिलेगा तो उससे हम लोग पीछे नहीं हटेंगे. अक्षरा अक्सर समाज सेवा करती रहती हैं. ठंड में गरीबों को कंबल देना और यह तमाम चीज वह करती रहती हैं. यह कोई बड़ी बात नहीं है. हर किसी को जीवन में बड़ा और बेहतर चाहिए. मेरे जीवन में यदि ऐसी कोई जानकारी आती है तो मेरे लिए गर्व की बात है.'' - विपिन सिंह, अक्षरा सिंह के पिता
'अक्षरा बागेश्वर धाम में हैं' : जब उनसे पूछा गया कि क्या इसको लेकर बीजेपी से बात हुई है? तो विपिन सिंह ने कहा कि यह मैं क्लियर नहीं बोल सकता हूं. अक्षरा से मेरी बात नहीं हो पा रही है. पार्टी नेतृत्व की बात मुझसे क्यों होगी. जिनको चुनाव लड़ना है वह यदि कुछ कहती हैं तो अलग बात है. अभी वह पूरी रात ट्रैवल करके बागेश्वर धाम पहुंची हैं. अभी उनका मोबाइल ऑफ है और मुझे कोई जानकारी होती है तो मैं आपको बताता हूं.
'आसनसोल भी घर है' : विपिन सिंह से पूछा गया कि आप लोग आसनसोल सीट को किस रूप में देखते हैं? इसपर उन्होंने कहा कि देखिए, आप लोग मेरा काम बखूबी जानते. हम लोग मनोरंजन फील्ड में है. हम लोग पूरे भारत के लोगों के लिए मनोरंजन का काम करते हैं. आसनसोल हो या भारत का कोई भी कोना हो, भारत का कोई भी नागरिक स्वतंत्र है. कहीं भी घूम सकता है, कहीं भी काम कर सकता है, कहीं भी रह सकता है, मैं तो घूमता ही रहता हूं, मेरे लिए आसनसोल घर है, कहीं भी मौका मिलेगा तो कहीं से भी चुनाव लड़ा जा सकता है.
'नरेंद्र मोदी से प्रभावित हैं' : आसनसोल कितना आसान होगा? इसपर विपिन सिंह ने कहा कि आसानी से पूरी जलेबी भी प्लेट में नहीं मिलता है. उसके लिए काम करना होता है. मेहनत करना होता है. कोई भी काम करने से पहले कठिन मान लेंगे तो वह कठिन हो जाएगा. यह चीज आसान है, मैं सामाजिक व्यक्ति हूं, समाज से जुड़ा रहता हूं. हम लोग कुछ ना कुछ करते रहते हैं. रही बात पीएम की तो, नरेंद्र मोदी को हम लोग भूल नहीं सकते हैं. उनके काम को नहीं भूल सकते हैं.
''अक्षरा सिंह महिला सशक्तिकरण पर ज्यादा जोर देती हैं. उसके जीवन में कुछ ऐसी घटनाएं हुई, उसके बाद लड़कियों को, महिलाओं को, उनकी पीड़ा को उजागर करती रहती हैं. कुछ चीजों को आप भूल नहीं सकते हैं. उनके व्यक्तित्व को नहीं भूल सकते हैं. हम भले ही दूसरी पार्टी से जुड़े हुए हैं, लेकिन नरेंद्र मोदी के अमिट छाप को कोई भूल नहीं सकता है. उनका जो प्रभाव है उनका जो छाप है उनको भुलाया नहीं जा सकता.''- विपिन सिंह, अक्षरा सिंह के पिता
अक्षरा और पवन में होता है कोल्ड वार : बता दें कि भोजपुरी के पावर स्टार कहे जाने वाले पवन सिंह ने पहले तो आसनसोल सीट मिलने पर खुशी जाहिर की थी लेकिन, एक दिन बाद चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया. ऐसे में बीजेपी खेमें से अक्षरा सिंह को चुनाव में उतारने की तैयारी चल रही है. हालांकि बीजेपी की तरफ से इसकी पुष्टी नहीं की गई है. वहीं अक्षरा सिंह और पवन सिंह का अक्सर कोल्ड वार होता रहा है. दोनों एक-दूसरे को पसंद नहीं करते हैं.
'पवन का गाना बना रोड़ा' : इधर, चुनाव लड़ने से इंकार करने के बाद पवन सिंह ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है. उन्होंने मुलाकात के बाद कहा कि हमने अपनी बात जेपी नड्डा के सामने रख दी है. आगे जो होगा, अच्छा होगा. बताया जा रहा है कि जिस तरह से पवन सिंह ने बंगाल और बंगाली लड़कियों को लेकर गीत गाए हैं, उसके बाद उनपर टीएमसी, कांग्रेस सहित दूसरी विपक्षी पार्टियां भी हमलावर हो गईं. सभी ने पवन पर चौतरफा हमला किया. इसे नारी अपमान से जोड़ देखा जा रहा है. सूत्रों का तो यहां तक कहना है किबीजेपी ने ही पवन सिंह को अपना नाम वापस लेने को कहा था. जिसके बाद पवन सिंह ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी थी.
ये भी पढ़ें :-
आसनसोल सीट पर बिहार के दो सितारों की हो सकती है टक्कर, सवाल- पवन सिंह शॉटगन को कर पाएंगे 'खामोश'?
'चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा…' पवन सिंह का आसनसोल से लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार, आरा से चाहते थे टिकट
लोकसभा चुनाव : भोजपुरी गायक पवन सिंह ने क्यों लिया अपना नाम वापस, जानिए असली वजह
Pawan Singh पर BJP ने बनाया दवाब? लोकसभा चुनाव लड़ने से पहले ही क्यों कर दिया सरेंडर
'जो भी होगा अच्छा होगा', आसनसोल की उम्मीदवारी छोड़ने के बाद जेपी नड्डा से मिले पवन सिंह