हल्द्वानी (उत्तराखंड): 8 फरवरी को हल्द्वानी के बनभूलपुरा में मलिक के बगीचे में अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम पर पथराव और आगजनी करने के बाद क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया है. वहीं शहरी क्षेत्र से कर्फ्यू हटा लिया गया है, लेकिन बनभूलपुरा क्षेत्र में अभी भी कर्फ्यू जारी है. कर्फ्यू के बीच जिला प्रशासन लोगों को खाने-पीने की सामग्री उपलब्ध कराने में जुटा है. इसके लिए हर क्षेत्र के लिए नोडल अधिकारी भी तैयार किए गए हैं. पुलिस के पहरे में लोगों को खाने-पीने और आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई की जा रही है.
कर्फ्यू क्षेत्र में आवश्यक सामग्री व आवश्यक सेवाओं की परेशानी ना हो, इसके लिए प्रशासन द्वारा चरणबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है. एक ओर जहां पुलिस उपद्रवियों को चिन्हित कर गिरफ्तार करने में जुटी है तो वहीं दूसरी तरफ शांति व्यवस्था कायम करने के साथ ही बीमार लोगों को दवा और दूध वह अन्य आवश्यक सामग्री का वितरण किया जा रहा है.लोगों ने पशुओं के लिए चारे की मांग की है, जिसके लिए जिला प्रशासन द्वारा चारा भी उपलब्ध कराया जा रहा है. सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह का कहना है कि कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्रों में लोगों को खाने पीने की समस्या न खड़ी हो, इसके लिए व्यवस्था की गई है. जहां सुरक्षा और शांति व्यवस्था के बीच लोगों को राशन पहुंचा जा रहा है. स्थिति सामान्य बनी हुई है.
पढ़ें-अजय भट्ट ने हल्द्वानी हिंसा में घायलों का जाना हाल, कहा-पहले से थी साजिश की तैयारी, साजिशकर्ता को बख्शा नहीं जाएगा
गौरतलब है कि बनभूलपुरा में हुए उपद्रव में पांच लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 300 से अधिक लोग घायल हुए हैं. उपद्रवियों द्वारा सैकड़ों गाड़ियों को जला दिया गया है. बनभूलपुरा थाने को भी उपद्रवियों द्वारा जला दिया गया. लिहाजा पुलिस प्रशासन तेजी के साथ उपद्रवियों को सलाखों के पीछे भेजने का काम कर रहा है. वहीं आवश्यक सेवाओं को कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र में भी पहुंचाया जा रहाहै. जिला प्रशासन ने लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है. जिलाधिकारी वंदना सिंह का कहना है कि बनभूलपुरा में हालात सामान्य होने पर कर्फ्यू में ढील दिए जाने पर विचार किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: हल्द्वानी हिंसा में फूंके गए 70 से ज्यादा वाहन, उपद्रवियों से होगी वसूली, योगी मॉडल पर चलेगी धामी सरकार
ये भी पढ़ें: हल्द्वानी हिंसा में 5 हजार लोगों पर मुकदमा दर्ज, 19 नामजद में से 5 अरेस्ट, उपद्रवियों पर लगेगा NSA