कन्नूर: केरल में पूर्व अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) नवीन बाबू की आत्महत्या की चल रही जांच में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, पुलिस ने कन्नूर जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष पीपी दिव्या को हिरासत में ले लिया है. हालांकि, सिटी पुलिस कमिश्नर अजित कुमार ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि दिव्या ने स्वेच्छा से सरेंडर किया था या पुलिस ने उसे कस्टडी में लिया था.
पीपी दिव्या पर पूर्व अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) नवीन बाबू को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है. दिव्या ने एडीएम के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोप लगाए थे.15 अक्टूबर को एडीएम नवीन बाबू कन्नूर के पल्लीकुन्नू में अपने क्वार्टर में मृत पाए गए थे.
वहीं, कमिश्नर ने पुष्टि की कि दिव्या को जांच दल ने कस्टडी में लिया है, लेकिन उन्होंने पकड़े जाने के सही स्थान का खुलासा करने से इनकार कर दिया. हालांकि, यह बताया गया है कि दिव्या की हिरासत के दौरान जिले के भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे.
सूत्रों से पता चलता है कि दिव्या ने कन्नूर जिले के कन्नपुरम स्टेशन पर आत्मसमर्पण किया. पुलिस कमिश्नर ने कहा कि उसे हिरासत में ले लिया गया है और आधिकारिक गिरफ्तारी से पहले आगे की प्रक्रियाओं से गुजरना होगा.
बता दें कि, मंगलवार को थालास्सेरी मुंसिफ कोर्ट ने दिव्या की जमानत याचिका खारिज कर दी. जिसके बाद उनके खिलाफ तेजी से कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अपनी कस्टडी में ले लिया. बता दें कि, मामले में अधिकारियों ने घटना के बाद पिछले 14 दिनों तक दिव्या के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे देरी के बारे में सवाल उठ रहे हैं.
कमिश्नर ने बताया कि इस दौरान पुलिस दिव्या को सुरक्षा मुहैया नहीं करा रही थी, क्योंकि मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है. वहीं, एडीएम नवीन बाबू की मौत के इर्द-गिर्द की परिस्थितियों का पता लगाने के लिए अधिकारी जांच जारी रखे हुए हैं.
आरोप है कि नवीन बाबू, जिन्हें पथानामथिट्टा में ट्रांसफर किया जाना था, ने जिला पंचायत अध्यक्ष पीपी दिव्या द्वारा उनके विदाई समारोह के दौरान उनके खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद आत्महत्या कर ली. जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष पीपी दिव्या पर इस मामले में आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है.
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