कोलकाता: कांग्रेस नेता अधीर राजन चौधरी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने लोकसभा चुनाव में हार के साथ-साथ पश्चिम बंगाल में पार्टी की निराशाजनक विफलता की जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि, खबर ये है कि पार्टी नेतृत्व ने अभी तक उनके इस्तीफे पर कोई फैसला नहीं लिया है.
कांग्रेस के कद्दावर नेता अधीर रंजन चौधरी हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में बहरामपुर सीट से हार गए थे. उन्हें युसूफ पठान ने हराया था. पठान टीएमसी से लड़े थे. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ-साथ वाम दलों को भी झटका लगा. कांग्रेस और वाम मोर्च ने मिलकर चुनाव लड़ा था. पश्चिम बंगाल में पार्टी की इस दुर्गति के बाद अधीर रंजन चौधरी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटने की अटकलें तेज हो गई थीं.
अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की कि उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. बता दें, अधीर रंजन चौधरी 10 फरवरी 2010 से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर थे. उन्होंने 10 साल से अधिक समय तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाला. अधीर लोकसभा में कांग्रेस के नेता भी थे. इससे पहले वह मुर्शिदाबाद के जिला अध्यक्ष थे. वह लगातार 25 साल तक बहरामपुर से सांसद चुने गए.
बहरामपुर में अधीर को अजेय माना जाता था. लेकिन, पिछले लोकसभा चुनाव में वे क्रिकेटर से नेता बने तृणमूल उम्मीदवार यूसुफ पठान से हार गए. उसके बाद से अधीर के इस्तीफे को लेकर अटकलें शुरू हो गई थीं. लोकसभा चुनाव 2024 में मिली हार के बाद से अधीर रंजन चौधरी काफी दवाब में थे. खराब नतीजों के कारण उन पर दबाव बढ़ गया था.
रिजल्ट के तुरंत बाद उन्होंने राहुल गांधी को पत्र लिखकर चुनाव नतीजों की जिम्मेदारी लेते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की इच्छा जताई थी. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भी पत्र भेजा है. हालांकि, दिल्ली ने अभी तक यह जानकारी नहीं दी है कि त्यागपत्र स्वीकार कर लिया गया है.
आज 21 जून को अधीर रंजन चौधरी ने खुद प्रदेश कांग्रेस की बैठक के बाद यह बात कही. साथ ही उन्होंने यह भी कहा, मल्लिकार्जुन खड़गे के अध्यक्ष बनने के बाद कहीं भी नया प्रांतीय अध्यक्ष नियुक्त नहीं किया गया. नतीजतन, मैं भी वहां अस्थायी अध्यक्ष के तौर पर था. साथ ही, बैठक में मांग की गई कि संगठन का पुनर्गठन किया जाना चाहिए.
प्रदेश कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रदीप भट्टाचार्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाल सकते हैं. हाल ही में मालदह दक्षिण सीट से जीते ईशा खान चौधरी भी अध्यक्ष पद की दौड़ में हैं.
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