भागलपुरः अयोध्या राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी मामले में यूपी और बिहार पुलिस ने मिलकर बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने एक मकसूद नाम के शख्स को भागलपुर से गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई पुलिस ने शुक्रवार की शाम में की. आरोपी बरारी थाना क्षेत्र के खंजरपुर स्थित मस्जिद गली में छिपा हुआ था. शुक्रवार की शाम ही पुलिस भागलपुर कोर्ट में पेशी के लिए ले गयी थी लेकिन तबीयत खराब होने के कारण पेश नहीं कर पायी थी.
रिमांड पर लेने की तैयारी में यूपी पुलिसः मकसूद अंसारी(26) के पिता का नाम मरहूम हाजी जौहर अंसारी है, जो बरारी खंजरपुर के निवासी है. शुक्रवार की शाम बरारी थाना में घंटों पूछताछ के बाद उसे भागलपुर कोर्ट लेकर पहुंची थी. यूपी पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड पर लेने के लिए अर्जी थी लेकिन जरूरी कागजात नहीं होने के कारण पेशी नहीं हो सका. इसी दौरान मकसूद की तबीयत खराब हो गयी. उल्टी होने के कारण उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से मायागंज रेफर कर दिया गया. शनिवार को मकसूद को कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया जाएगा.
क्या है मामला? 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर का उद्घाटन हुआ. जून 2024 में राम मंदिर को उड़ाने की धमकी दी गयी थी. धमकी भरे मैसेज मिलने के बाद यूपी पुलिस सहित देश की सुरक्षा एजेंसी अलर्ट हो गयी थी. इस धमकी के पीछे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का नाम सामने आया था. जानकारी के मुताबिक एक ऑडियो मैसेज के माध्यम से राम मंदिर को उड़ाने की धमकी दी थी. इस मामले में राम जन्मभूमि थाना में केस दर्ज किया गया था.
बिहार से जुड़ा ताड़ः यूपी पुलिस सहित देश की सुरक्षा एजेंसी आरोपियों की तलाश कर रही थी. इसी क्रम में यूपी पुलिस को उस मोबाइल के बारे में जानकारी मिली जिससे धमकी वाला मैसेज भेजा गया था. छानबीन में पता चला कि यह मोबाइल किसी मकसूद अंसारी नामक शख्स का है. इसके बाद जांच एजेंसी छानबीन में जुट गयी. छानबीन में खुलासा हुआ कि मकसूद अंसारी बिहार के भागलपुर का रहने वाला है. इसकी जानकारी मिलते ही यूपी पुलिस बिहार पुलिस के सहयोग से मकसूद को भागलपुर से गिरफ्तार कर लिया.
मकसूद ने पूछताछ में खोले कई राजः पुलिस सूत्रों के मुताबिक मकसूद ने पूछताछ में कई राज खोले हैं. हालांकि पुलिस इस मामले में कुछ भी खुलकर नहीं बोल पा रही है. सूत्रों के अनुसार मकसूद ने बताया है कि उसने अपना मोबाइल साला को दिया था. हुसैनाबाद के सकरुल्लाचक के रहने वाला साला अमन का मोबाइल खराब हो गया था. उसने बताया कि अमन ने इस दौरान उसके मोबाइल से क्या किया उसे इसकी जानकारी नहीं है. पुलिस अमन की भी संलिप्ता की जांच कर रही है.
4 मोबाइल बरामदः जानकारी के अनुसार पुलिस ने मकसूद के पास से 4 मोबाइल बरामद किया है. फेसबुक और वाट्सएसप ग्रुप के जरिये राम मंदिर को उड़ाने की धमकी दी गयी थी. जानकारी के अनुसार यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को भी मारने की धमकी इसी मोबाइल से दी गयी थी. पुलिस को राम मंदिर उड़ाने की धमकी से संबंधी कई अहम जानकारी मकसूद के मोबाइल से मिली है जिससे कई खुलासे हो सकते हैं.
आतंकी संगठन से सांठगांठः पुलिस सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि मकसूद जैश-ए-मोहम्मद नामक आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है. आतंकी संगठन प्रमुख आमिर के लिए काम करता था. उसके कहने पर देश विरोध पोस्ट सोशल मीडिया पर किया करता था. यह भी खुलासा हुआ है कि मकसूद साइबर अपराध को भी अंजाम देता था. इसके लिए संगठन बनाकर युवाओं को लालच देकर जोड़ता था और ठगी का काम करता था.
22 जनवरी को भी मिली थी धमकीः बता दें कि इससे पहले भी बिहार से ही राम मंदिर को उड़ाने की धमकी दी गयी थी. 22 जनवरी को उद्घाटन के दिन ही राम मंदिर को उड़ाने की धमकी थी. पुलिस ने इस मामले में युवक को गिरफ्तार किया था जो खुद को दाऊद इब्राहिम गैंग का छोटा शकील बताता था. युवक की पहचान पलासी थाना क्षेत्र के बलुआ कालियागंज निवासी मो. इंतखाब(21), पिता इब्राहिम के रूप में हुई थी. युवक ने डायल 112 पर पुलिस को फोन कर धमकी दी थी.
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