नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में एक बार फिर प्रदूषण की चपेट में है. दिल्ली प्रदूषण के प्रकोप से बाहर नहीं निकल पा रही है. आईक्यू एयर संस्था (World Air Quality Index (AQI) Ranking) की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली आज विश्व में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर है. विश्व के टॉप-10 प्रदूषित शहरों में दो शहर भारत के हैं, जिसमें दिल्ली पहले स्थान और आठवें स्थान पर कोलकाता पर है. यूएस की आईक्यू एयर संस्था पीएम 2.5 (हवा में प्रदूषण के छोटे कण) के आधार पर विश्व के प्रदूषित शहरों की निगरानी करती है. आईक्यू एयर की वेबसाइट देखें तो सर्दियों में ज्यादातर दिनों में दिल्ली विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में रहती है. 17 दिसंबर को भी दिल्ली को विश्व में सबसे प्रदूषित दर्ज किया गया.
पीएम 2.5 के आधार पर वेबसाइट के अनुसार दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 512 रहा. विश्व के प्रदूषित शहरों की सूची में दूसरे पायदान पर पाकिस्तान का लाहौर है, जहां का एक्यूआई 270 है. इसी तरह तीसरे स्थान पर साराजेवो बोस्निया हर्जेगोविना, चौथे स्थान पर ढाका बांग्लादेश, पांचवें स्थान पर हनोई वियतनाम, छठें पर उलानबातर मंगोलिया, सातवें स्थान पर कराची पाकिस्तान, आठवें स्थान पर कोलकाता भारत, नौवें स्थान पर रियाध सऊदी अरब, दसवें स्थान पर कंपाला युगांडा और 11 वें स्थान पर भारत का मुंबई शहर सबसे अधिक प्रदूषित रहा.
दिल्ली-एनसीआर में लागू है GRAP 4
दिल्ली व एनसीआर गैस का चेंबर बना हुआ है. प्रदूषण की रोकथाम के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की ओर से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) का चौथा चरण फिर से लागू कर दिया गया है, जिसके तहत कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं, जिससे प्रदूषण न हो. इसमें सबसे प्रमुख बीएस -3 पेट्रोल और बीएस-4 से नीचे डीजल के वाहन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. खुले में कूड़ा जलाने, धूल उड़ाने या प्रदूषणकारी गतिविधियों पर रोक लगाई गई है, नियमों का उल्लंघन पर जुर्माने की कार्रवाई की जा रही है. इसके लिए दिल्ली सरकार की तरफ से सैकड़ों टीमें बनाकर निगरानी कराई जा रही है.
NCR में प्रदूषण का हाल
मंगलवार को दिल्ली के साथ-साथ NCR भी गैस चैंबर में तब्दील हो गया है. दिल्ली एनसीआर के लोगों के लिए जहरीली हवा में सांस लेना काफी मुश्किल हो रहा है. लोगों को आंखों में जलन का एहसास हो रहा है. फिलहाल दिल्ली एनसीआर का प्रदूषण स्तर खतरनाक निशान को पार कर चुका है. दिल्ली एनसीआर के कई स्कूलों में आज सुबह मॉर्निंग असेंबली बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए स्थगित कर दी गई है.
मॉर्निंग वॉक पर जाने से बच रहे लोग
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा देश के 256 शहरों का डाटा जारी किया गया है. जिसमें देश की राजधानी दिल्ली पहले स्थान पर है. दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 426 दर्ज किया गया है जो कि डार्क रेड जोन में है. फिलहाल दिल्ली का कोई भी इलाका ऐसा नहीं है जहां लोगों को सांस लेने के लिए साफ हवा नसीब हो रही हो. बल्कि कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 के करीब पहुंच गया है. सुबह के वक्त पार्कों में ना के बराबर लोग दिखाई दे रहे हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि ठंड बढ़ने और हवा की रफ्तार स्वस्थ होने से एयर क्वालिटी इंडेक्स में और इजाफा होने की संभावना है.
गाजियाबाद-नोएडा-ग्रेटरनोएडा में भी 'हवा' खतरनाक
हालात, गाजियाबाद नोएडा और ग्रेटर नोएडा के भी ठीक नहीं है. गाजियाबाद और नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स रेड जोन में है जबकि ग्रेटर नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स डार्क रेड जोन में पहुंच गया है. बढ़ते प्रदूषण के चलते लोग अपने बच्चों को स्कूल भेजने से बचते हुए नजर आ रहे हैं. प्रदूषण बढ़ने से अस्पतालों में सांस के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. दिल्ली एनसीआर की जहरीली हवा सांस के मरीजों के लिए जहर साबित हो रही है.
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