श्रीनगर: लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी इलाके में आज सुबह नदी पार करने के टैंक अभ्यास के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया. एक टी-72 टैंक इस हादसे का शिकार हो गया. इस दुखद घटना में एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) समेत पांच जवान शहीद हो गए. नदी का जलस्तर बढ़ने के चलते जवान बह गए.
Defence Minister Rajnath Singh tweets, " deeply saddened at the loss of lives of five of our brave indian army soldiers in an unfortunate accident while getting the tank across a river in ladakh...my heartfelt condolences to the bereaved families. the nation stands firm with them… https://t.co/PooMkUnYsd pic.twitter.com/4XZtlBZni5
— ANI (@ANI) June 29, 2024
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट किया,'लद्दाख में नदी पार कराते समय हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में हमारे पांच बहादुर भारतीय सेना के जवानों की जान जाने से मुझे गहरा दुख हुआ है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है. दुख की इस घड़ी में राष्ट्र उनके साथ खड़ा है.'
There were five soldiers in the tank at the time of the incident including one JCO and 4 Jawans. One person has been located while the search for others is still going on: Defence Officials
— ANI (@ANI) June 29, 2024
जानकारी के मुताबिक सेना के जवान नदी पार करने का अभ्यास कर रहे थे. इसी दौरान नदी का जलस्तर बढ़ गया और जवान बह गए. रक्षा अधिकारी के अनुसार सेना के पांच जवान इस हादसे में शहीद हो गए. इसमें एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) शामिल थे. यह हादसा लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी इलाके में मंदिर मोड़ पर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास आज सुबह हुई.
सेना के अधिकारियों के अनुसार, यह घटना सुबह करीब 3 बजे टैंक अभ्यास के दौरान हुई. सेना के इस अभ्यास में नदी पार करना था. तभी अचानक जल स्तर बढ़ गया. सभी पांच शव बरामद कर लिए गए हैं. टैंक तांगस्टे की ओर जा रहा था, तभी यह दुखद दुर्घटना हुई. इस बीच लेह में तैनात एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया कि संबंधित चौकी यहां से करीब 150 किलोमीटर दूर है. दुर्घटना स्थल से रिपोर्ट मिलने के बाद सटीक जानकारी साझा की जाएगी. घटना के समय टैंक में एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) और 4 जवान समेत पांच सैनिक सवार थे.
बताया जा रहा है कि डीबीओ गलवान घाटी का पहला संपर्क बिंदु है, जहां 2020 में भारतीय सेना और पीएलए के बीच झड़पें हुई थीं. चीन के खिलाफ 1962 के युद्ध और हाल ही में जून, 2020 में भारतीय सेना और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के बीच हुई झड़पों को देखते हुए लद्दाख में एलएसी (LAC) का भारत के लिए रणनीतिक महत्व है.