हैदराबाद : तेलंगाना में साइबर अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है. आए दिन साइबर अपराध से जुड़े कई मामले सामने आ रहे हैं. इस बीच, आज एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी से साइबर अपराधियों ने 1.89 करोड़ रुपये ठग लिए. इस ठगी मामले में, हैदराबाद साइबर क्राइम पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच की जा रही है.
दरअसल, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी की सोशल मीडिया पर एक महिला से कुछ महीने पहले दोस्ती हुई थी. जिसके बाद दोनों एक-दूसरे से अक्सर बातें करते थे. इस बीच महिला ने सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी को फॉरेक्स ट्रेडिंग करने को कहा. महिला ने अधिकारी से कहा कि अगर वह अपना पैसा ऑनलाइन ट्रेडिंग में इन्वेस्ट करेंगे तो उन्हें मुनाफा होगा. जिसके बाद अधिकारी ने महिला के कहने पर ऑनलाइन ट्रेडिंग में पैसे इन्वेस्ट कर दिए. करीब 2 महीने तक अलग-अलग नाम से महिला ने अधिकारी से पैसे निवेश कराया.
निवेश किए गए पैसे का पता लगाने के लिए जब अधिकारी ने ग्राहक सेवा से संपर्क किया, तो ग्राहक सेवा ने उसे एक बैंक खाता दिया गया. परिणामस्वरूप, उस खाते में अधिकारी ने कुछ रुपये जमा कर दिए. जिसके बाद, करीब एक महीने में ही (अप्रैल के तीसरे सप्ताह में) उस खाते में 50 हजार रुपये का इंटरेस्ट आ गया. अधिकारी ने और भी ज्यादा इंटरेस्ट के लालच में उस खाते में 5 लाख और फिर 50 लाख रुपये जमा किए.
कुछ दिन बाद ऑनलाइन पता चला कि अधिकारी द्वारा किए गए निवेश पर 67 लाख रुपये का मुनाफा हुआ है. जिसके बाद अधिकारी ने फ़्यूचर ग्लोबल के माध्यम से पैसे निकालने की कोशिश की, तो पैसे नहीं निकले. फिर अधिकारी ने महिला से संपर्क करने की कोशिश की तो महिला से भी संपर्क नहीं हो पाया. जिसके बाद अधिकारी को समझ आ गया की उनके साथ धोखा किया गया है.
बता दें, सभी 40 किस्तों में अधिकारी को 1.89 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. अधिकारी ने पुलिस से शिकायत में कहा कि महिला ने अपना परिचय प्रतिभा राव के नाम से दिया था और वे तेलुगु भाषा बोलती थी. अधिकारी की शिकायत के आधार पर हैदराबाद साइबर क्राइम पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच कर रही है.
बता दें, ठगी के शिकार सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी पहले सरकार के मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत थे. वे हैदराबाद शहर में रहते हैं. इसी साल फरवरी में उन्हें सोशल मीडिया पर एक महिला का मैसेज मिला. जब अधिकारी ने उससे पूछा कि वह कौन है, तो उसने कहा कि वह बेंगलुरु में रहती है और विदेशी मुद्रा व्यापार का काम कर रही है. उसने कहा कि वह फ्यूचर ग्लोबल के माध्यम से कारोबार करती है. जिसके बाद, कई दिनों तक बातचीत करने के बाद अधिकारी को जब उसपर विश्वास हुआ तो उसने टेलीग्राम के जरिए लिंक भेज दिया, और एक दूसरे के संपर्क में आए.