गांधीनगर: गुजरात स्वास्थ्य विभाग की आधिकारिक जानकारी के मुताबिक राज्य में फिलहाल वायरल एन्सेफलाइटिस यानी चांदीपुरा वायरस के 157 मामले हैं. जिसमें से साबरकांठा में 16 मामले, अरावली में 7 मामले, महीसागर में 4 मामले, खेड़ा में 7 मामले, मेहसाणा में 10 मामले, राजकोट में 7 मामले, सुरेंद्रनगर में 5 मामले, अहमदाबाद निगम में 12 मामले, गांधीनगर में 8 मामले, पंचमहल में 16 मामले और जामनगर में 7 मामले हैं.
चांदीपुरा के संदिग्ध मामले: राज्य के अन्य शहरों की बात करें तो मोरबी में 6 मामले, गांधीनगर निगम में 3 मामले, छोटाउदेपुर, नर्मदा, वडोदरा निगम और सूरत निगम में 2 मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही दाहोद में 4 मामले, वडोदरा में 7 मामले, बनासकांठा में 7 मामले, भावनगर में 1 मामला, देवभूमि द्वारका में 2 मामले, राजकोट निगम में 4 मामले, कच्छ में 5 मामले, भरूच में 4 मामले, अहमदाबाद में 2 मामले और जामनगर निगम, पोरबंदर, पाटन, गिर सोमनाथ में भी संदिग्ध मामले सामने आये हैं.
चांदीपुरा के पॉजिटिव मामले: राज्य में सामने आए कुल संदिग्ध मामलों में से पंचमहल में 7 मामले, साबरकांठा में 6 मामले, मेहसाणा में 5 मामले, कच्छ और खेड़ा में 4 मामले सामने आए हैं. इसके अलावा दाहोद, सुरेंद्रनगर, अहमदाबाद कॉर्पोरेशन, राजकोट, अरावली और महिसागर में तीन-तीन मामले सामने आए हैं. इसके अलावा, गांधीनगर, सूरत निगम और बनासकांठा में 2-2 मामले और जामनगर, मोरबी, वडोदरा, देवभूमि द्वारका और राजकोट निगम, भरूच, अहमदाबाद, पोरबंदर और पाटन जिले में एक-एक मामला, चांदीपुरा वायरस के कुल 59 मामले पॉजिटिव पाए गए.
राज्य में कुल मौतें: गुजरात में 157 मामलों में से कुल 68 मरीजों की मौत हो चुकी है. इसमें साबरकंठ में 5, अरवल्ली में 3, महीसागर में 2, खेड़ा में 2, मेहसाणा और राजकोट में 4, सुरेंद्रनगर में 2, अहमदाबाद कॉर्पोरेशन में 6, गांधीनगर में 3, पंचमहाल में 7, जामनगर में 3, मोरबी में 4, 2 गांधीनगर निगम में 3, दाहोद में 3, वडोदरा में 2, नर्मदा में 1, बनासकांठा में 4, वडोदरा निगम में 1, देवभूमि द्वारका में 1, कच्छ में 4, सूरत निगम में 4 और भरूच, जामनगर निगम, पाटन और गिर में एक-एक सोमनाथ.
स्वास्थ्य विभाग का प्रदर्शन: गुजरात में वायरल एन्सेफलाइटिस के 20 मरीज भर्ती हैं और 69 मरीजों को छुट्टी दे दी गई है. स्वास्थ्य टीम द्वारा कुल 52,125 घरों को निगरानी में रखा गया. इसमें पॉजिटिव और संदिग्ध मरीजों के घर और आसपास के इलाके के घर भी शामिल किए गए. इसके तहत सभी कच्चे मकानों में तत्काल डस्टिंग एवं मैलाथियान पाउडर का छिड़काव किया गया. इसके अलावा सभी जिलों को वेक्टर जनित बीमारियों से बचाव के उपाय करने को कहा गया.
रैपिड रिस्पांस टीम: इस मामले की दैनिक निगरानी स्वास्थ्य मंत्री द्वारा किया जाता है. राज्य स्तर से दिशा-निर्देश जारी कर महामारी नियंत्रण एवं निरोध अभियान चलाने को कहा गया है. प्रत्येक मामले की जांच रैपिड रिस्पांस टीम से कराने को कहा गया है. जिन क्षेत्रों में ऐसे मामले सामने आए हैं, वहां व्यक्तियों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण का उपयोग करने के लिए कहा गया है.