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मानसून की दस्तक से सहमा हिमाचल, मंडी जिले में बारिश ने मचाई तबाही - Roads damage in Himachal - ROADS DAMAGE IN HIMACHAL

63 road closed in Himachal: हिमाचल में मानसून के दस्तक देते ही नदी-नाले उफान पर हैं. बारिश के कारण ब्यास नदी व अन्य नाले उफान पर हैं. मंगलवार रात को हुई भारी बारिश ने मंडी जिले को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है.

DAMAGE DUE TO RAIN IN HIMACHAL
हिमाचल में बारिश ने मचाई तबाही (ETV Bharat GFX)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jul 3, 2024, 4:30 PM IST

Updated : Jul 3, 2024, 4:37 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही बारिश ने आफत मचा दी है. पहले लोग मानसून के आने का इंतजार कर रहे थे और अब बारिश लोगों को डराने लगी है. बुधवार सुबह प्रदेश में बारिश से होने वाली तबाही की तस्वीरें सामने आई हैं.

मानसून की दस्तक के साथ ही हिमाचल प्रदेश में 63 सड़कें प्रभावित हुई हैं. कई जगहों पर लैंडस्लाइड हुआ है और कुछ जगहों पर बारिश के कारण सड़कें धंस गई हैं. इसके अलावा प्रदेश में 319 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं. इसमें चंबा जिला में सबसे अधिक 128, मंडी में 126, कुल्लू में 24, किन्नौर में 11 व ऊना जिला में 30 बिजली के ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं. ऐसे में लोगों को खासी परेशानी हो रही है.

मंडी जिला में हुआ सबसे अधिक नुकसान:

मानसून की दस्तक ने मंडी जिले को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है. बीते साल मंडी जिले में बारिश ने बहुत तबाही मचाई थी. पंडोह के इलाके में बीते साल आई बाढ़ और लैंडस्लाइड में कई लोग बेघर हो गए थे. बीती रात बारिश के कारण मंडी जिला में 4 मील के पास NH पर एक डंगा धंस गया.

डंगा धंसने के कारण चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे के बंद होने का खतरा भी मंडराने लगा है. हालांकि अभी यहां पर एकतरफा यातायात बहाल है. सड़क पर दरारें दिख रहीं हैं और अभी प्रदेश में इस हफ्ते बारिश का अलर्ट है ऐसे में हाइवे के क्षतिग्रस्त होने की संभावना बढ़ गई है. वहीं, चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाइवे पर जगह-जगह लैंडस्लाइड होने से खतरा बढ़ गया है.

ये भी पढ़ें: पंडोह डैम के पास चंडीगढ़-मनाली NH पर फिर मंडराया खतरा, धंसने लगा हाईवे

पंडोह डैम के पास सड़क पर आई दरारें:

चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे पर पंडोह डैम कैंची मोड़ के पास लगाये गए डंगे में दरारें आना शुरू हो गई हैं. हालांकि अभी तक कैंची मोड़ के पास सुचारू रूप से यातायात चला हुआ है अगर आने वाले समय में तेज बारिश होती है तो डंगे को और ज्यादा नुकसान हो सकता है. गौरतलब है कि बीती बरसात में भारी बारिश के कारण चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे पर यहां से सड़क पूरी तरह से धंस गई थी. इस कारण NH पूरे 9 महीने तक बंद रहा था. बता दें कि इस डंगे के निर्माण में 40 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई थी.

सराज में नाले में आई बाढ़:

मंडी जिला के सराज विधानसभा क्षेत्र में बारिश से काफी नुकसान हुआ है. यहां ग्राम पंचायत अनाह में नाले में बाढ़ आने से कार व कई बाइकें मलबे में दब गईं. वहीं, इस मलबे से कई घरों को नुकसान पहुंचा है. स्थानीय लोग खुद मलबे को हटाकर फंसी हुई गाड़ियों को हटाने में जुटे हैं.

ये भी पढ़ें: पहली बारिश में ही सराज का हाल बेहाल, नाले में आई बाढ़, मलबे में दबी बाइकें और कार, घरों पर मंडराया खतरा

एक हफ्ते तक हिमाचल में खराब रहेगा मौसम:

वहीं, मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में 9 जुलाई तक मौसम खराब रहने की आशंका जताई है. इस दौरान कई जगहों पर तेज बारिश के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने इसको लेकर येलो अलर्ट जारी किया है. ऐसे में प्रदेश के लोगों और सैलानियों को नदी-नालों के किनारे न जाने की हिदायत दी गई है.

बीते साल हिमाचल में बरसात ने मचाई थी तबाही:

बीते साल बरसात में कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन व चंबा में सबसे अधिक तबाही हुई थी. यहां 509 लोगों की जान गई थी. वहीं, 10 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति आपदा की भेंट चढ़ गई थी. नदी नालों में आई भीषण बाढ़ और लैंडस्लाइड से 2545 मकान पूरी तरह और 10,853 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए थे. इसी तरह 317 दुकानें और ढाबे नष्ट हुए थे.

ये भी पढ़ें: मानसून सीजन के लिए कितना तैयार हिमाचल? पिछली बरसात से लिया सबक!

शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही बारिश ने आफत मचा दी है. पहले लोग मानसून के आने का इंतजार कर रहे थे और अब बारिश लोगों को डराने लगी है. बुधवार सुबह प्रदेश में बारिश से होने वाली तबाही की तस्वीरें सामने आई हैं.

मानसून की दस्तक के साथ ही हिमाचल प्रदेश में 63 सड़कें प्रभावित हुई हैं. कई जगहों पर लैंडस्लाइड हुआ है और कुछ जगहों पर बारिश के कारण सड़कें धंस गई हैं. इसके अलावा प्रदेश में 319 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं. इसमें चंबा जिला में सबसे अधिक 128, मंडी में 126, कुल्लू में 24, किन्नौर में 11 व ऊना जिला में 30 बिजली के ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं. ऐसे में लोगों को खासी परेशानी हो रही है.

मंडी जिला में हुआ सबसे अधिक नुकसान:

मानसून की दस्तक ने मंडी जिले को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है. बीते साल मंडी जिले में बारिश ने बहुत तबाही मचाई थी. पंडोह के इलाके में बीते साल आई बाढ़ और लैंडस्लाइड में कई लोग बेघर हो गए थे. बीती रात बारिश के कारण मंडी जिला में 4 मील के पास NH पर एक डंगा धंस गया.

डंगा धंसने के कारण चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे के बंद होने का खतरा भी मंडराने लगा है. हालांकि अभी यहां पर एकतरफा यातायात बहाल है. सड़क पर दरारें दिख रहीं हैं और अभी प्रदेश में इस हफ्ते बारिश का अलर्ट है ऐसे में हाइवे के क्षतिग्रस्त होने की संभावना बढ़ गई है. वहीं, चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाइवे पर जगह-जगह लैंडस्लाइड होने से खतरा बढ़ गया है.

ये भी पढ़ें: पंडोह डैम के पास चंडीगढ़-मनाली NH पर फिर मंडराया खतरा, धंसने लगा हाईवे

पंडोह डैम के पास सड़क पर आई दरारें:

चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे पर पंडोह डैम कैंची मोड़ के पास लगाये गए डंगे में दरारें आना शुरू हो गई हैं. हालांकि अभी तक कैंची मोड़ के पास सुचारू रूप से यातायात चला हुआ है अगर आने वाले समय में तेज बारिश होती है तो डंगे को और ज्यादा नुकसान हो सकता है. गौरतलब है कि बीती बरसात में भारी बारिश के कारण चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे पर यहां से सड़क पूरी तरह से धंस गई थी. इस कारण NH पूरे 9 महीने तक बंद रहा था. बता दें कि इस डंगे के निर्माण में 40 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई थी.

सराज में नाले में आई बाढ़:

मंडी जिला के सराज विधानसभा क्षेत्र में बारिश से काफी नुकसान हुआ है. यहां ग्राम पंचायत अनाह में नाले में बाढ़ आने से कार व कई बाइकें मलबे में दब गईं. वहीं, इस मलबे से कई घरों को नुकसान पहुंचा है. स्थानीय लोग खुद मलबे को हटाकर फंसी हुई गाड़ियों को हटाने में जुटे हैं.

ये भी पढ़ें: पहली बारिश में ही सराज का हाल बेहाल, नाले में आई बाढ़, मलबे में दबी बाइकें और कार, घरों पर मंडराया खतरा

एक हफ्ते तक हिमाचल में खराब रहेगा मौसम:

वहीं, मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में 9 जुलाई तक मौसम खराब रहने की आशंका जताई है. इस दौरान कई जगहों पर तेज बारिश के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने इसको लेकर येलो अलर्ट जारी किया है. ऐसे में प्रदेश के लोगों और सैलानियों को नदी-नालों के किनारे न जाने की हिदायत दी गई है.

बीते साल हिमाचल में बरसात ने मचाई थी तबाही:

बीते साल बरसात में कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन व चंबा में सबसे अधिक तबाही हुई थी. यहां 509 लोगों की जान गई थी. वहीं, 10 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति आपदा की भेंट चढ़ गई थी. नदी नालों में आई भीषण बाढ़ और लैंडस्लाइड से 2545 मकान पूरी तरह और 10,853 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए थे. इसी तरह 317 दुकानें और ढाबे नष्ट हुए थे.

ये भी पढ़ें: मानसून सीजन के लिए कितना तैयार हिमाचल? पिछली बरसात से लिया सबक!

Last Updated : Jul 3, 2024, 4:37 PM IST
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