नई दिल्ली: इंडियन रेलवे हर रोज हजारों ट्रेनों के जरिए से लाखों यात्रियों को सेवा प्रदान करता है. ऐसे में रेलवे धीरे-धीरे न केवल अपने स्टेशनों में सुधार कर रहा है, बल्कि बेहतर सुविधाओं के साथ नई ट्रेनें भी शुरू कर रहा है. पिछले 10 साल में, वंदे भारत, तेजस, हमसफर और अमृत भारत जैसी कई ट्रेनें पटरियों पर उतरी हैं. भारतीय रेलवे अब सामान्य श्रेणी के यात्रियों के जीवन को आसान बनाने की योजना बना रहा है.
इस संबंध में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद को बताया कि यात्री परिचालन में अमृत भारत ट्रेनों के 10 महीनों तक सफलतापूर्वक परीक्षण के बाद सार्वजनिक ट्रांसपोर्टर ने ऐसी 50 और ट्रेनें लाने का फैसला किया है.
नॉइज फ्री जैसे फीचर्स
उन्होंने कहा, "अमृत भारत ट्रेन नाम से एक नई ट्रेन विकसित की गई है. अमृत भारत ट्रेन पूरी तरह से नॉन-एसी है. इसमें 22 कोच शामिल हैं. इनमें से 20 यात्रियों के लिए और दो पार्सल के लिए हैं. इन 20 में से 10 स्लीपर कोच और 10 जनरल कोच हैं. इस ट्रेनों में वही तकनीक है, जो वंदे भारत में है. इनमें ऑटोमैटिक कपलर, बेहतर क्वालिटी वाली ट्रेनें, सीटें, चार्जिंग पॉइंट, नए शौचालय डिजाइन और नॉइज फ्री जैसे फीचर्स शामिल हैं.
मोबाइल होल्डर आदि जैसी एडवांस सुविधाएं
भारतीय रेलवे ने इस साल की शुरुआत में अमृत भारत सेवा शुरू की थी, जिसमें आधुनिक तकनीक है और इसमें जर्क फ्री यात्रा के लिए सेमी-परमानेंट कपलर, हॉरिजॉन्टल स्लाइडिंग विंडो, फोल्डेबल स्नैक टेबल और बॉटल होल्डर, मोबाइल होल्डर आदि जैसी एडवांस सुविधाएं हैं.
अमृत भारत ट्रेन एक LHB पुश-पुल ट्रेन है, जिसमें नॉन-एसी कोच हैं. इस ट्रेन में बेहतर गति के लिए दोनों छोर पर लोको हैं. इसका चलने का तरीका वंदे भारत एक्सप्रेस जैसा ही है.वर्तमान में चार अमृत भारत ट्रेनें सर्विस में हैं. इनमें 15557/58 दरभंगा-आनंद विहार (टी) एक्सप्रेस और 13433/13434 मालदा टाउन-सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनस (बेंगलुरु) एक्सप्रेस शामिल हैं.
दिल्ली से दरभंगा जैसे लंबी दूरी के मार्गों पर चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों में सामान्य श्रेणी के यात्रियों को दो से तीन कोच मिलते हैं. हालांकि, अमृत भारत ट्रेनों में प्रति ट्रेन 10 सामान्य श्रेणी के कोच और 10 स्लीपर कोच हैं.