रांची: झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के ओएसडी संजीव लाल के नौकर के यहां से ईडी की रेड में 35 करोड़ रुपये नगद बरामद किया गया है. वहीं संजीव लाल के करीबी बिल्डर मुन्ना सिंह के यहां से 5 करोड़ रुपये बरामद किया गया है. सोमवार सुबह चार बजे से शुरू हुई ईडी की रेड देर रात तक जारी थी.
झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के करीबी चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने सोमवार को छापेमारी कर तकरीबन 40 करोड़ रुपये बरामद किए हैं. ईडी सूत्रों के अनुसार मंत्री के ओएसडी संजीव कुमार लाल के नौकर जहांगीर आलम के यहां से ईडी ने तकरीबन 35 करोड़ बरामद किया. जहांगीर आलम भी मंत्री आलमगीर आलम का करीबी बताया जाता है. वहीं बाकी नगद राशि मुन्ना कुमार सिंह नाम के एक ठेकेदार और कुछ दूसरे इंजीनियरों के यहां से बरामद किया गया है.
सोमवार की सुबह चार बजे ईडी की टीम ने एक साथ मंत्री के ओएसडी संजीव कुमार लाल के दीनदयाल नगर स्थित सरकारी आवास, कांके रोड स्थित सीता निकेतन स्थित फ्लैट, हरमू रोड स्थित आवास, संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के फ्लैट मुन्ना कुमार सिंह के पीपी कंपाउंड स्थित फ्लैट, विकास कुमार, पथ निर्माण विभाग के सहायक इंजीनियर के सेल सिटी स्थित फ्लैट और कुलदीप मिंज, पथ निर्माण विभाग के सहायक इंजीनियर के बोड़ैया स्थित आवास पर छापेमारी शुरू की थी.
पैसे जमा किए जाने की सटीक सूचना मिली थी ईडी को
ईडी सूत्रों ने मिली जानकारी के अनुसार एजेंसी को रांची में कुछ ठिकानों पर भारी मात्रा में नगद पैसे जमा किए जाने और उसके ट्रांजिट किए जाने की पुख्ता सूचना मिली थी. इसी सूचना पर सबसे पहले ईडी की टीम रांची के गाड़ीखाना स्थित सर सैयद रेसीडेंसी पहुंची थी, इस दौरान फ्लैट नंबर 1 ए में जहांगीर के तीन कमरों में अलमारी बंद मिले. ईडी की टीम जब मौके पर पहुंची तब जहांगीर के पास चाबियां नहीं थी, ऐसे में ईडी संजीव लाल के यहां से चाबियां लेकर पहुंची.
तीन कमरों से ईडी ने पांच पांच सौ के बंडल में सारे नोट और लाखों के जेवरात बरामद किए. छापेमारी के क्रम में संजीव कुमार लाल के करीबी मुन्ना कुमार सिंह के पीपी कंपाउंड स्थित तेजस्वी अपार्टमेंट के फ्लैट में भी छापेमारी की गई. जहां से ईडी को तकरीबन पांच करोड़ मिले हैं. ईडी की जांच में यह बात सामने आयी है कि विभागीय ठेकों में कट मनी के साथ साथ ट्रांसफर पोस्टिंग में मोटे रकम की वसूली होती थी. जानकारी के मुताबिक, ईडी की टीम जब गाड़ीखाना पहुंची तो वहीं रहने वाले मंत्री के निजी सचिव गजनफ्फर उर्फ छोटू भी वहीं मौजूद थे, लेकिन वह अपनी कार से मौके से निकल गए.
संजीव समेत अन्य से हो रही पूछताछ
नोटों की बरामदगी के बाद ईडी की टीम संजीव लाल, जहांगीर, मुन्ना समेत अन्य से पूछताछ कर रही है. जानकारी के मुताबिक, जहांगीर ने कबूल किया है कि संजीव लाल ने यहां पैसे रखवाए थे. वहीं मुन्ना के द्वारा बताया गया है कि उसके यहां से बरामद पैसे भी सर सैयद रेसीडेंसी स्थित फ्लैट पर पहुंचाए जाने थे, लेकिन इससे पहले ही ईडी ने छापेमारी कर पैसे बरामद कर लिए.
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