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चुनाव में जीते 543 में से 251 सांसदों पर दर्ज हैं क्रिमिनल केस, जानिए बीजेपी और कांग्रेस के कितने - Criminal Cases Against MPs - CRIMINAL CASES AGAINST MPS

लोकसभा चुनाव के बाद अब देश के 543 सांसदों को चुन लिया गया है और उन्हें लेकर कुछ आंकड़े सामने आए हैं. जानकारी के अनुसार चुने गए कुल 543 सांसदों में से 251 सांसदों के खिलाफ क्रिमिलन केस दर्ज है. वहीं इस बार कुल 74 महिलाओं को संसदीय चुनाव में विजय मिली है.

CRIMINAL CASES AGAINST MPS
विजयी 251 सांसदों पर दर्ज हैं क्रिमनल केस (फोटो - ANI Photo)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jun 6, 2024, 4:03 PM IST

नई दिल्ली: हाल ही में हुए 18वें लोकसभा चुनाव में कुल 543 सीटों में से केवल 74 सीटों पर ही महिला उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है, जोकि केवल 14 प्रतिशत है. वहीं 251 नवनिर्वाचित सांसद ऐसे हैं, जिन के खिलाफा आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनका प्रतिशत 46 है, जबकि 504 यानी 93 प्रतिशत सांसद करोड़पति हैं.

आपराधिक मामले
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, साल 2024 के लोकसभा चुनाव में विश्लेषण किए गए 543 विजयी उम्मीदवारों में से 251 विजयी उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. 2024 के लोकसभा चुनाव में 170 विजयी उम्मीदवारों ने बलात्कार, हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध आदि से संबंधित मामलों सहित गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.

वहीं वर्ष 2019 के लिए, यह संख्या 159 सांसदों की थी, जिनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में विश्लेषण किये गये 539 सांसदों में से 233 सांसदों ने अपने विरुद्ध आपराधिक मामले घोषित किये थे.

संसद में सीटों पर कब्जा करने वाले विजयी उम्मीदवारों के खिलाफ पार्टीवार आपराधिक मामलों पर नजर डालें तो, बीजेपी के 240 विजयी उम्मीदवारों में से 63 सांसदों, कांग्रेस के 99 विजयी उम्मीदवारों में से 32 सांसदों, सपा के 37 विजयी उम्मीदवारों में से 17 सांसदों और तृणमूल कांग्रेस के 29 विजयी उम्मीदवारों में से 7 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.

वित्तीय पृष्ठभूमि
विश्लेषण किए गए 543 विजयी उम्मीदवारों में से 504 सांसद करोड़पति हैं, जबकि साल 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए विश्लेषण किए गए 539 सांसदों में से 475 सांसद करोड़पति थे. इस मामले में, सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा ने इस सूची में शीर्ष स्थान हासिल किया, जिसमें भाजपा के 240 विजयी उम्मीदवारों में से 227 सांसद ने 1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है.

वहीं कांग्रेस के 99 विजयी उम्मीदवारों में से 92 सांसद, डीएमके के 22 विजयी उम्मीदवारों में से 21 सांसद, तृणमूल कांग्रेस के 29 विजयी उम्मीदवारों में से 27 सांसद, AAP के 3 विजयी उम्मीदवारों में से 3 सांसद, जेडी(यू) के 12 विजयी उम्मीदवारों में से 12 सांसद और टीडीपी के 16 विजयी उम्मीदवारों में से 16 सांसदों ने 1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है.

इस सूची में शीर्ष तीन सबसे अमीर उम्मीदवारों में टीडीपी के डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी 5705 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के साथ शीर्ष पर हैं. दूसरे स्थान पर तेलंगाना (भाजपा) के कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी हैं, जिनकी संपत्ति 4,568 करोड़ रुपये से अधिक है और तीसरे स्थान पर भाजपा के उद्योगपति नवीन जिंदल (हरियाणा) हैं, जिनकी संपत्ति 1241 करोड़ रुपये से अधिक है. शीर्ष 10 सबसे अमीर उम्मीदवारों में पांच भाजपा से, तीन टीडीपी से और दो कांग्रेस से हैं.

महिला सांसदों की कमी
इस साल लोकसभा चुनाव में कुल 74 यानी 14 प्रतिशत महिला उम्मीदवार विजयी हुई हैं. इनमें से 31 भाजपा से, 13 कांग्रेस से, 11 टीएमसी से, 5 समाजवादी पार्टी से, 2 लोजपा (रामविलास) और बाकी अन्य पार्टियों से हैं. लोकसभा चुनाव 2019 में विश्लेषण किए गए 539 सांसदों में से 77 सांसद महिलाएं थीं. इसी तरह वर्ष 2014 और 2009 के आंकड़े क्रमशः 14 प्रतिशत और 11 प्रतिशत थे.

नई दिल्ली: हाल ही में हुए 18वें लोकसभा चुनाव में कुल 543 सीटों में से केवल 74 सीटों पर ही महिला उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है, जोकि केवल 14 प्रतिशत है. वहीं 251 नवनिर्वाचित सांसद ऐसे हैं, जिन के खिलाफा आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनका प्रतिशत 46 है, जबकि 504 यानी 93 प्रतिशत सांसद करोड़पति हैं.

आपराधिक मामले
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, साल 2024 के लोकसभा चुनाव में विश्लेषण किए गए 543 विजयी उम्मीदवारों में से 251 विजयी उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. 2024 के लोकसभा चुनाव में 170 विजयी उम्मीदवारों ने बलात्कार, हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध आदि से संबंधित मामलों सहित गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.

वहीं वर्ष 2019 के लिए, यह संख्या 159 सांसदों की थी, जिनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में विश्लेषण किये गये 539 सांसदों में से 233 सांसदों ने अपने विरुद्ध आपराधिक मामले घोषित किये थे.

संसद में सीटों पर कब्जा करने वाले विजयी उम्मीदवारों के खिलाफ पार्टीवार आपराधिक मामलों पर नजर डालें तो, बीजेपी के 240 विजयी उम्मीदवारों में से 63 सांसदों, कांग्रेस के 99 विजयी उम्मीदवारों में से 32 सांसदों, सपा के 37 विजयी उम्मीदवारों में से 17 सांसदों और तृणमूल कांग्रेस के 29 विजयी उम्मीदवारों में से 7 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.

वित्तीय पृष्ठभूमि
विश्लेषण किए गए 543 विजयी उम्मीदवारों में से 504 सांसद करोड़पति हैं, जबकि साल 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए विश्लेषण किए गए 539 सांसदों में से 475 सांसद करोड़पति थे. इस मामले में, सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा ने इस सूची में शीर्ष स्थान हासिल किया, जिसमें भाजपा के 240 विजयी उम्मीदवारों में से 227 सांसद ने 1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है.

वहीं कांग्रेस के 99 विजयी उम्मीदवारों में से 92 सांसद, डीएमके के 22 विजयी उम्मीदवारों में से 21 सांसद, तृणमूल कांग्रेस के 29 विजयी उम्मीदवारों में से 27 सांसद, AAP के 3 विजयी उम्मीदवारों में से 3 सांसद, जेडी(यू) के 12 विजयी उम्मीदवारों में से 12 सांसद और टीडीपी के 16 विजयी उम्मीदवारों में से 16 सांसदों ने 1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है.

इस सूची में शीर्ष तीन सबसे अमीर उम्मीदवारों में टीडीपी के डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी 5705 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के साथ शीर्ष पर हैं. दूसरे स्थान पर तेलंगाना (भाजपा) के कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी हैं, जिनकी संपत्ति 4,568 करोड़ रुपये से अधिक है और तीसरे स्थान पर भाजपा के उद्योगपति नवीन जिंदल (हरियाणा) हैं, जिनकी संपत्ति 1241 करोड़ रुपये से अधिक है. शीर्ष 10 सबसे अमीर उम्मीदवारों में पांच भाजपा से, तीन टीडीपी से और दो कांग्रेस से हैं.

महिला सांसदों की कमी
इस साल लोकसभा चुनाव में कुल 74 यानी 14 प्रतिशत महिला उम्मीदवार विजयी हुई हैं. इनमें से 31 भाजपा से, 13 कांग्रेस से, 11 टीएमसी से, 5 समाजवादी पार्टी से, 2 लोजपा (रामविलास) और बाकी अन्य पार्टियों से हैं. लोकसभा चुनाव 2019 में विश्लेषण किए गए 539 सांसदों में से 77 सांसद महिलाएं थीं. इसी तरह वर्ष 2014 और 2009 के आंकड़े क्रमशः 14 प्रतिशत और 11 प्रतिशत थे.

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