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LG के आदेश पर दिल्ली महिला आयोग से हटाए गए 223 कर्मचारी; स्वाति मालीवाल ने कहा- ये DCW पर ताला लगाने की साजिश - DCW 223 Worker removed - DCW 223 WORKER REMOVED

Employees removed from DCW:दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने प्रदेश महिला आयोग में कार्यरत 223 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निकालने के आदेश दिए हैं. आरोप है कि बिना अनुमति के इनकी नियुक्ति की थी. जिस पर स्वाति मालीवाल का रिएक्शन आ गया है उन्होंने कहा कि ये दिल्ली महिला आयोग को बंद करने की साजिश है उन्होंने कहा कि मैं अपने जीते जी ये नहीं होने दूंगी. उन्होंने लिखा कि मुझे जेल में डाल दो, महिलाओं पे मत ज़ुल्म करो!

स्वाति मालीवाल
स्वाति मालीवाल
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : May 2, 2024, 10:13 AM IST

Updated : May 2, 2024, 1:46 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग से 223 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निकाल दिया गया है. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है. आरोप है कि दिल्ली महिला आयोग की तत्कालीन अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने नियमों के खिलाफ जाकर बिना इजाजत इनकी नियुक्ति की थी.

दिल्ली एलजी के आदेश में डीसीडब्ल्यू एक्ट का हवाला देते हुए बताया गया है कि आयोग में सिर्फ 40 पद ही स्वीकृत हैं. दिल्ली महिला आयोग के पास ठेके पर कर्मचारी रखने का अधिकार नहीं है.

दिल्ली महिला आयेाग के एडिशनल डायरेक्टर की तरफ से जारी आदेश में ये भी कहा गया है कि नई नियुक्तियों से पहले जरूरी पदों का कोई मूल्यांकन नहीं हुआ था, न ही अतिरिक्त वित्तीय बोझ की अनुमति ली गई थी. फरवरी 2017 में तत्कालीन उपराज्यपाल को सौंपे गए इंक्वायरी रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई हुई है.

आदेश पर भड़कीं स्वाति मालीवाल

दिल्ली महिला आयोग की पूर्व चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल ने LG पर आयोग को बंद करने का आरोप लगाया हैं. स्वाति ने अपने X हैंडल पर लिखा है "LG साहब ने DCW के सारे कॉन्ट्रैक्ट स्टाफ को हटाने का एक तुगलकी फरमान जारी किया है. आज महिला आयोग में कुल 90 स्टाफ है जिसमें सिर्फ 8 लोग सरकार की ओर से भर्ती किये गए हैं बाक़ी सब 3 - 3 महीने के कॉन्ट्रैक्ट पर हैं. अगर सब कॉन्ट्रैक्ट स्टाफ हटा दिया जाएगा, तो महिला आयोग पे ताला लग जाएगा. ऐसा क्यों कर रहे हैं ये लोग? खून पसीने से बनी है ये संस्था। उसको स्टाफ और सरंक्षण देने की जगह आप जड़ से ख़त्म कर रहे हो?'' उन्होंने लिखा कि मुझे जेल में डाल दो, महिलाओं पे मत ज़ुल्म करो!

स्वाति ने आगे लिखा है कि मेरे जीते जी मैं महिला आयोग बंद नहीं होने दूंगी. मुझे जेल में डाल दो, महिलाओं पे मत ज़ुल्म करो.

बात दें कि स्वाति मालीवाल ने जनवरी 2024 में आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था, उन्हें साल 2015 में आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था. अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी की तरफ से उन्हें राज्यसभा में सांसद पद के लिए नॉमिनेट किया था. दिल्ली महिला और बाल विकास विभाग (DWCD) ने 29 अप्रैल को दिल्ली महिला आयोग (DCW) को इस संबंध में आदेश भेजा है.

आदेश में क्या कहा गया?

जांच कमेटी ने पाया कि 223 भर्ती जो कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर निकाली गई वो नियमों की अनुरूप नहीं थी. DCW द्वारा संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति निर्धारित नियमों के अनुसार अनियमित थी. प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया और माननीय एलजी की मंजूरी नहीं ली गई इसके अलावा, DCW के कर्मचारियों के पारिश्रमिक और भत्तों में बढ़ोतरी पर्याप्त औचित्य के बिना और निर्धारित प्रक्रियाओं का उल्लंघन करके की गई, जिस पर ये बड़ा एक्शन हुआ है.

कौन हैं स्वाति मालीवाल जिन पर लगा आरोप

स्वाति मालीवाल, दिल्ली महिला आयोग की पूर्व चेयरमैन हैं. जनवरी महीने में उन्हें आम आदमी पार्टी की ओर से राज्यसभा भेजने का फैसला लिया गया. जिसके बाद से दिल्ली महिला आयोग में चेयरमैन का पद खाली है. आरोप लग रहे हैं कि स्वाति मालीवाल के चेयरमैन पद पर रहते हुए ये भर्तियां नियमों की अनदेखी करके की गई हैं.

नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग से 223 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निकाल दिया गया है. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है. आरोप है कि दिल्ली महिला आयोग की तत्कालीन अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने नियमों के खिलाफ जाकर बिना इजाजत इनकी नियुक्ति की थी.

दिल्ली एलजी के आदेश में डीसीडब्ल्यू एक्ट का हवाला देते हुए बताया गया है कि आयोग में सिर्फ 40 पद ही स्वीकृत हैं. दिल्ली महिला आयोग के पास ठेके पर कर्मचारी रखने का अधिकार नहीं है.

दिल्ली महिला आयेाग के एडिशनल डायरेक्टर की तरफ से जारी आदेश में ये भी कहा गया है कि नई नियुक्तियों से पहले जरूरी पदों का कोई मूल्यांकन नहीं हुआ था, न ही अतिरिक्त वित्तीय बोझ की अनुमति ली गई थी. फरवरी 2017 में तत्कालीन उपराज्यपाल को सौंपे गए इंक्वायरी रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई हुई है.

आदेश पर भड़कीं स्वाति मालीवाल

दिल्ली महिला आयोग की पूर्व चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल ने LG पर आयोग को बंद करने का आरोप लगाया हैं. स्वाति ने अपने X हैंडल पर लिखा है "LG साहब ने DCW के सारे कॉन्ट्रैक्ट स्टाफ को हटाने का एक तुगलकी फरमान जारी किया है. आज महिला आयोग में कुल 90 स्टाफ है जिसमें सिर्फ 8 लोग सरकार की ओर से भर्ती किये गए हैं बाक़ी सब 3 - 3 महीने के कॉन्ट्रैक्ट पर हैं. अगर सब कॉन्ट्रैक्ट स्टाफ हटा दिया जाएगा, तो महिला आयोग पे ताला लग जाएगा. ऐसा क्यों कर रहे हैं ये लोग? खून पसीने से बनी है ये संस्था। उसको स्टाफ और सरंक्षण देने की जगह आप जड़ से ख़त्म कर रहे हो?'' उन्होंने लिखा कि मुझे जेल में डाल दो, महिलाओं पे मत ज़ुल्म करो!

स्वाति ने आगे लिखा है कि मेरे जीते जी मैं महिला आयोग बंद नहीं होने दूंगी. मुझे जेल में डाल दो, महिलाओं पे मत ज़ुल्म करो.

बात दें कि स्वाति मालीवाल ने जनवरी 2024 में आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था, उन्हें साल 2015 में आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था. अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी की तरफ से उन्हें राज्यसभा में सांसद पद के लिए नॉमिनेट किया था. दिल्ली महिला और बाल विकास विभाग (DWCD) ने 29 अप्रैल को दिल्ली महिला आयोग (DCW) को इस संबंध में आदेश भेजा है.

आदेश में क्या कहा गया?

जांच कमेटी ने पाया कि 223 भर्ती जो कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर निकाली गई वो नियमों की अनुरूप नहीं थी. DCW द्वारा संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति निर्धारित नियमों के अनुसार अनियमित थी. प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया और माननीय एलजी की मंजूरी नहीं ली गई इसके अलावा, DCW के कर्मचारियों के पारिश्रमिक और भत्तों में बढ़ोतरी पर्याप्त औचित्य के बिना और निर्धारित प्रक्रियाओं का उल्लंघन करके की गई, जिस पर ये बड़ा एक्शन हुआ है.

कौन हैं स्वाति मालीवाल जिन पर लगा आरोप

स्वाति मालीवाल, दिल्ली महिला आयोग की पूर्व चेयरमैन हैं. जनवरी महीने में उन्हें आम आदमी पार्टी की ओर से राज्यसभा भेजने का फैसला लिया गया. जिसके बाद से दिल्ली महिला आयोग में चेयरमैन का पद खाली है. आरोप लग रहे हैं कि स्वाति मालीवाल के चेयरमैन पद पर रहते हुए ये भर्तियां नियमों की अनदेखी करके की गई हैं.

Last Updated : May 2, 2024, 1:46 PM IST
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