સૌરવ ગાંગુલીના નેતૃત્વમાં જ ટીમ ઇન્ડિયાએ ભારતમાં જ નહીં પરતું વિદેશની ધરતી પર પણ મેચ જીતવાનું શરૂ કર્યું છે. ભારતે આજે જે ક્રિકેટ ક્ષેત્રમાં જગ્યા બનાવી તેનું શ્રેય ગાંગુલીને જાય છે.ભારતીય લોકોના લોકપ્રિય દાદા આજે 47 વર્ષના થયા છે. તેઓ પ્રિંસ ઓફ કોલકાતા, બંગાળ ટાઇગર તથા દાદાના નામે ઓળખે છે.
"47 વર્ષના થયા પ્રિંસ ઓફ કોલકાતા" આપને જણાવી દઈએ કે ગાગુલીનો જન્મ 8 જુલાઇ 1972ના રોજ કોલકાતામાં થયો છે.
"47 વર્ષના થયા પ્રિંસ ઓફ કોલકાતા" 1992માં કર્યું હતું ડેબ્યૂ
ગાંગુલીએ ઇન્ટરનેશનલ ક્રિકેટમાં પોતાનું ડેબ્યૂ 11 જન્યુઆરીના રોજ 1992માં 19 વર્ષની વયે કર્યો હતો.તેમણે પ્રથમ મેચ વેસ્ટઇન્ડીઝ સામે રમ્યા હતા.જે બાદ તેઓ 4 વર્ષ બાદ ચીમમાં પરત ફર્યા હતા.સૌરવ ગાંગુલીના નેતૃત્વમાં ટીમે 20થી પણ વધારે ટેસ્ટ મેચ જીતી હતી.
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HappyBirthdayDada: 47 साल के हुए 'प्रिंस ऑफ कोलकाता'
हैदराबाद: 'दादा' के नाम से मशहूर भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली आज अपना 47वां जन्मदिन मना रहे हैं. 8 जुलाई 1972 को कोलकाता में जन्में सौरव ने 20 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था. वह भारत के सर्वश्रेष्ठ बाएं हाथ के बल्लेबाज रहे हैं.
सौरव गांगुली के नेतृत्व में ही टीम इंडिया ने भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में मैच जीतने शुरू किए. भारत में क्रिकेट का जो साहसी ब्रांड दिखाई पड़ता है- उसका श्रेय गांगुली को ही दिया जाना चाहिए. भारतीय प्रशंसकों के प्यारे 'दादा' आज 47 साल के हो गए हैं. उनके फैंस ने उन्हें 'प्रिंस ऑफ कोलकाता', 'बंगाल टाइगर' और 'दादा' जैसे नाम दिए थे.
आपको बता दें कि गांगुली का जन्म 8 जुलाई 1972 में कोलकाता में हुआ था. गांगुली के जन्मदिन के खास मौके पर आइए जानते हैं उनसे करियर से जूडी कुछ खास बातें.
1992 में किया था डेब्यू
गांगुली ने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डेब्यू 11 जनवरी 1992 को महज 19 साल की उम्र में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे मैच से किया था, हालांकि इस मैच के बाद गांगुली को दोबारा टीम इंडिया में आने के लिए 4 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा.
डेब्यू टेस्ट सीरीज़ में रहे 'मैन ऑफ़ द सीरीज़'
गांगुली ने जून 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ क्रिकेट के मक्का लॉर्ड्स में टेस्ट डेब्यू किया जिसमें उन्होंने शानदार शतक लगाते हुए 131 रन बनाए. दूसरे मैच में भी उन्होंने शतक जड़ा और अपनी डेब्यू सीरीज़ में मैन ऑफ़ द सीरीज़ का पुरस्कार अपने नाम किया.
सौरव गांगुली अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को 20 से ज्यादा टेस्ट मैचों में जीत दिलाने वाले पहले कप्तान बने थे. उनकी कप्तानी में भारत ने 21 टेस्ट जीते. इससे पहले मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में भारत ने 14 टेस्ट मैच जीते थे. गांगुली का यह रिकॉर्ड टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने तोड़ा. धोनी की कप्तानी में टीम ने 27 टेस्ट मैच जीते. इसके अलावा मौजूदा कप्तान विराट कोहली अपनी कप्तानी में 26 टेस्ट जिता चुके हैं.
वनडे क्रिकेट में सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर के नाम सबसे ज्यादा रनों की साझेदारी करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज है. इन दोनों ने 176 वनडे पारियों में 8227 रनों की साझेदारी की है. इस दौरान दोनों के बीच 26 शतकीय और 29 अर्धशतकीय साझेदारियां हुई. यह वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ पाना फिलहाल बहुत मुश्किल नजर आता है.
वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में 8वें स्थान पर
वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामलें में गांगुली 8वें स्थान पर है. उन्होंने 311 वनडे मैचों में 41.02 की औसत से 11,363 रन बनाए, जिनमें 22 शतक और 72 अर्धशतक शामिल हैं.
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