રાહુલ ગાંધીએ વડાપ્રધાન પર આકરા પ્રહરા કરતા જણાવ્યું કે, બેરોજગારી અને ઘટતા જીડીપીએ આર્થિક કટોકટીની સ્થિતિનું નિર્માણ કર્યું છે. શાકભાજી, કઠોળ, ખાદ્યતેલ, એલપીજીના ભાવ વધારાને લઇને ગરીબોની રોજી રોટી છીનવાય છે. વડાપ્રધાને દેશવાસીઓનું સ્થાનિક બજેટને વેર વિખેર કરી દીધું છે.
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कमरतोड़ महंगाई, जानलेवा बेरोजगारी और गिरती GDP ने 'आर्थिक आपातकाल' की स्थिति बना दी है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 14, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
सब्ज़ी, दाल, खाने का तेल, रसोई गैस व खाद्य पदार्थों की महंगाई ने ग़रीब के मुँह का निवाला छीन लिया है।
मोदी जी ने देशवासियों के घरेलू बजट के टुकड़े-टुकड़े कर दिये हैं। pic.twitter.com/tCioJMwfoj
">कमरतोड़ महंगाई, जानलेवा बेरोजगारी और गिरती GDP ने 'आर्थिक आपातकाल' की स्थिति बना दी है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 14, 2020
सब्ज़ी, दाल, खाने का तेल, रसोई गैस व खाद्य पदार्थों की महंगाई ने ग़रीब के मुँह का निवाला छीन लिया है।
मोदी जी ने देशवासियों के घरेलू बजट के टुकड़े-टुकड़े कर दिये हैं। pic.twitter.com/tCioJMwfojकमरतोड़ महंगाई, जानलेवा बेरोजगारी और गिरती GDP ने 'आर्थिक आपातकाल' की स्थिति बना दी है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 14, 2020
सब्ज़ी, दाल, खाने का तेल, रसोई गैस व खाद्य पदार्थों की महंगाई ने ग़रीब के मुँह का निवाला छीन लिया है।
मोदी जी ने देशवासियों के घरेलू बजट के टुकड़े-टुकड़े कर दिये हैं। pic.twitter.com/tCioJMwfoj
રાહુલ ગાંધીએ વડાપ્રધાનની સામે 'ટુક્ડે-ટુકડે' શબ્દનો પ્રયોગ કર્યો હતો. કારણ કે, ભાજપ કોંગ્રેસ પર 'ટુક્ડે-ટુક્ડે' ગેંગને સમર્થન આપવાનો આરોપ લગાવી રહી છે.