ત્રિપુરામાં શુક્રમારથી અવિરત ધોધમાર વરસાદ વરસી રહ્યો છે. તેમજ વાવાઝોડાના કારણે જનજીવન અસ્ત-વ્યસ્ત થઈ ગયું છે. વરસાદના કારણે જુરી અને કાકતી નદીના ધસમસતા પાણી મકાનોમાં ફરી વળ્યા છે. અતિવૃષ્ટીના કારણે 1200 જેટલા મકાનો પ્રભાવિત થયા છે. પાણીમાં ફસાયેલા લોકોને 9 સ્પીડ બૉટ અને 40 રેસ્ક્યુ બૉટ દ્વારા સલામત સ્થળે ખસેડાઇ રહ્યા છે. ત્રિપુરા સ્ટેટ રાઈફ્લસ અને સ્થાનિક લોકો રાહત કામગીરીમાં જોતરાયા છે. મેઘરાજાના પ્રકોપથી ઉનાકોટી અને ઉત્તરી ત્રિપુરાના 1000થી વધુ લોકો ઘરવિહોણા થયા છે.
આ મેઘતાંડવમાં 1039 ઘર સંપુર્ણ રીતે નષ્ટ થયા છે. અસરગ્રસ્તોને બચાવ છાવણીમાં ભોજન અને દવાઓની સેવા અપાઈ રહી છે. રાજ્ય આપત્તિ વ્યવસ્થાપન સમિતિના પ્રમુખ સરત દાસે જણાવ્યું હતું કે, ઉત્તરી ત્રિપુરા, ઉનાકોટી અને ધલાઈ જિલ્લાના લોકોને વરસાદ અને વાવઝોડાથી મોટું નુકસાન થયુ છે. ઉલ્લેખનિય છે કે, ઉનાકોટી જિલ્લામાં શનિવારે મનુ નદીમાં પાણીનું સ્તર ભયજનક નિશાનથી ઉપર ગયું હતું. હવામાન વિભાગની આગાહી પ્રમાણે રવિવારે પણ વરસાદ ચાલુ રહેશે. આ સ્થિતિ વચ્ચે પાણી ઉતરે તો સ્થિતિ પૂર્વવત્ થશે..
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त्रिपुरा: बाढ़ के कारण 700 से ज्यादा बेघर, राहत बचाव कार्य जारी
त्रिपुरा में लगातार बारिश की वजह से आपात स्थिति पैदा हो गई है. आंधी-पानी के चलते 700 से ज्यादा लोग बेघर हो गए हैं, जिन्हें राहत शिविर में रहना पड़ रहा है. साथ ही राज्य में भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसी स्थिति भी पैदा हो गई है.
अगरतला: त्रिपुरा में शुक्रवार से बारिश और आंधी की वजह से बेघर हुए कम से कम 739 लोगों ने राज्य के राहत शिविरों में शरण ली. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. हालांकि, किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है. राज्य में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति हैं, जिसके चलते भी लोगों को घरों को छोड़ना पड़ रहा है.
इस आपदा के बाद से 1000 के करीब घर प्रभावित हुए हैं. नदी जुरी और काकती का पानी उफान पर है. राहत बचाव कार्य के लिए नौ स्पीड बोट और 40 रेस्क्यू बोट लगाई गई हैं. ये सभी अन्य क्षेत्रों से लाई गई हैं. इसके माध्यम से घरों में फंसे लोगों को घर से बाहर निकाला जा रहा है.
त्रिपुरा स्टेट राइफल्स राहत बचाव कार्य में लगी है. मिली जानकारी के अनुसार 358 लोग उनाकोटी जिले में बेघर हैं वहीं 381 उत्तरी त्रिपुरा में बेघर हैं. इसके साथ 1039 घर बुरी तरह से तबाह हो गए हैं. ये सभी अवास धलाइ जिले के हैं.
अगले 24 घंटे तक यदि बारिश नहीं होती तो जलस्तर नीचे जाने की उम्मीद जताई जा रही है. लोगों को राहत शिविरों में खाना और दवाइयां मोहयां कराई जा रही हैं.
राज्य आपदा प्रबंधन अथॉरिटी के प्रमुख सरत दास ने बताया, 'उत्तरी त्रिपुरा, उनाकोटी और धलाई जिले प्रभावित हुए हैं.'
इस संबंध में राज्य आपदा अभियान केंद्र (SEOC) ने एक रिपोर्ट में बताया कि राहत शिविरों में शरण लेने वाले 739 लोगों में से 358 व्यक्ति उनाकोटी जिले और 381 व्यक्ति उत्तरी त्रिपुरा जिले से हैं.
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बता दें, भारी बारिश की वजह से 1,039 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के राजस्व विभाग ने कुल 40 नावों को प्रभावित इलाकों से लोगों को बचाने में लगाया गया.
दास ने कहा, 'राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (TSR) भी राहत अभियान में शामिल हुए हैं.'
गौरतलब है कि उनकोटी जिले में शनिवार दोपहर में मनु नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया. मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि राज्य में बारिश और आंधी रविवार को भी जारी रहेगी. कई इलाके बाढ़ से भी ग्रसित हैं. लोगों को इस स्थिति में अपने आवासों को छोड़ राहत शिविर जाना पड़ रहा है.
Conclusion: