মুম্বই : মৃত্যুর পর যদি ফের জন্ম নিতেই হয়, তাহলে সেই জন্ম যেন ভারতভূমিতেই হয়...হরিবংশ রাই বচ্চনের 'মধুশালা' বইটি থেকে কয়েকটি লাইন শেয়ার করেছেন ছেলে অমিতাভ।
শুধু তাই নয়, কলকাতার কবি সম্মেলনের মঞ্চে বাবার একটি ছবিও শেয়ার করেছেন অমিতাভ। দেখে নিন সেই পোস্ট...
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T ३५६३ - बाबूजी के जन्म दिवस , कल , उनकी एक बात जो छपी वो लिख रहा हूँ :
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'जीवन से ऊबा , इच्छा है जन्म ना फिर पाऊँ , पर यदि जन्म पड़े लेना ही , भारत में ही आऊँ '~ HRB
' ... खुली रहे गी 'मधुशाला ' ~
कलकत्ते के एक कवि सम्मेलन की एक छवि pic.twitter.com/KPX99bYgrX
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'जीवन से ऊबा , इच्छा है जन्म ना फिर पाऊँ , पर यदि जन्म पड़े लेना ही , भारत में ही आऊँ '~ HRB
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कलकत्ते के एक कवि सम्मेलन की एक छवि pic.twitter.com/KPX99bYgrX
গতকালই 112 তম জন্মবার্ষিকী ছিল হরিবংশর। তিনি কিছু অসাধারণ কবিতা সৃষ্টি করেছেন, যা অমর হয়ে থাকবে সাহিত্য জগতে। তার মধ্যে অন্যতম 'আকূল অন্তর', 'একান্ত সংগীত', 'আর্তি ঔর অঙ্গারে'-র মতো কবিতা।
কাজের ক্ষেত্রে অমিতাভ এখন ব্যস্ত 'গুলাবো সিতাবো' ও 'চেহরে'-র শুটিংয়ে।