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50 बेड का हॉस्पिटल पर श्रेय लेने की मची होड़, निशंक और मदन आमने-सामने

हरिद्वार के अस्पताल में व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराने को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक श्रेय लेने में जुटे हैं.

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Published : May 2, 2021, 8:28 AM IST

Updated : May 2, 2021, 10:24 AM IST

निशंक और मदन आमने-सामने
निशंक और मदन आमने-सामने

देहरादून: उत्तराखंड में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था और सुविधाओं की कमी को भले ही सत्तारूढ़ दल का कोई नेता स्वीकार न करे, लेकिन कहीं किसी अस्पताल का निर्माण हो या व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की बात हो, तो सभी श्रेय लेने की होड़ में लग जाते हैं. ताजा मामला हरिद्वार के बाबा बर्फानी अस्पताल में 50 बेड की व्यवस्था कराने को लेकर है, जिसको लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक श्रेय लेने में जुट गए हैं.

हालांकि, अभी तक इसको लेकर शांतिकुंज और धार्मिक संस्थाओं से सिर्फ बातचीत हुई है. मरीजों को सुविधाएं कब मिलेगी यह तय नहीं है, लेकिन बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक हों या केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, जनता को यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि वह इस महामारी में उनके सबसे बड़े हिमायती हैं.

दरअसल, प्रदेश अध्यक्ष और हरिद्वार से विधायक मदन कौशिक ने 3000 शब्दों के प्रेस नोट को प्रदेश के हर प्लेटफार्म पर रिलीज किया है, जिसमें उन्होंने शांतिकुंज और धार्मिक संस्थाओं से बातचीत करके 50 बेड का बाबा बर्फानी अस्पताल में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करवाने की बात कही है. वहीं, योग गुरु स्वामी रामदेव सहित अन्य लोगों से बातचीत करके भी अस्पताल में सुविधाएं मुहैया कराने की बात कही है, लेकिन उसी अस्पताल को लेकर पहल करने की बात हरिद्वार से सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने भी दोहराया है.

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2 दिन पहले तक मदन कौशिक के समर्थक इस बात से गदगद थे कि उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण और शानदार काम किया है. अब उसी कार्य को रमेश पोखरियाल निशंक ने अपने ट्वीट कर लिखा है कि उनकी शांतिकुंज प्रमुख से बातचीत हुई है. उन्होंने अस्पताल बनाने और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने को लेकर हामी भरी है.

इस वक्त आम जनता को इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता कि किस काम को किस नेता ने किया. कोरोना महामारी काल में आम लोग बस यह चाहते है कि उन्हें बेहतर मेडिकल सुविधा के साथ अस्पतालों में बेड मिल जाए. साथ ही किसी तरह ऑक्सीजन की व्यवस्था हो जाए, लेकिन नेताओं द्वारा एक काम को लेकर श्रेय लेने की होड़ कितना सही है, ये कम से कम नेताओं को जरूर सोचना चाहिए.

Last Updated : May 2, 2021, 10:24 AM IST

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