देहरादून:चमोली जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी को बर्खास्त करने के मामले में अब राजनीतिक दल आमने-सामने आ गए हैं. रजनी भंडारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री राजेंद्र भंडारी की पत्नी हैं और ऐसे में रजनी भंडारी को पद से हटाए जाने के पीछे राजनीतिक द्वेष भावना को भी माना जा रहा है.
दरअसल, पंचायती राज्य सचिव हरिश्चंद्र सेमवाल ने आदेश जारी करते हुए गढ़वाल मंडल कमिश्नर की जांच के आधार पर जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी को हटाने का आदेश दिया है. आदेश में बताया गया था कि जिला पंचायत अध्यक्ष रहते हुए रजनी भंडारी ने नंदा देवी राजजात यात्रा के लिए पर्यटन विभाग की तरफ से दी गई धनराशि में जो काम किए जाने थे, उनके लिए निविदाएं आमंत्रित किए. लेकिन न्यूनतम बोलीदाता के बजाय अधिक बजट देने वाले बोलीदाता को टेंडर दे दिया गया. इस मामले में गढ़वाल कमिश्नर की तरफ से जांच शासन को भेजी गई थी और इसी आधार पर रजनी भंडारी को भी नोटिस जारी किया गया था. लेकिन उनकी तरफ से जो जवाब दिया गया उसे शासन ने सकारात्मक नहीं पाया और इसके बाद कार्रवाई का आदेश जारी कर दिया गया.
वैसे रजनी भंडारी पर शासन ने पहले भी कार्रवाई करते हुए उन्हें उनके पद से हटाने के आदेश किए थे लेकिन उसके खिलाफ रजनी भंडारी पूर्व में हाईकोर्ट चली गई थी. मामले में हाईकोर्ट से रजनी भंडारी को स्टे भी मिल गया था. ऐसे में अब एक बार फिर शासन ने उन पर कार्रवाई की है.
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