देहरादून: कोरोना संकट काल में अब तक बाहरी राज्यों से ढाई से तीन लाख प्रवासी प्रदेश का रुख कर चुके हैं. ऐसे में इन प्रवासियों के सामने घर वापसी के बाद सबसे बड़ा संकट आजीविका चलाने के लिए नौकरी तलाशने का है. ऐसे में प्रवासियों की परेशानियों को देखते हुए सरकार ने उपनल (उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम) के जरिए होने वाली भर्ती में कुछ बदलाव किया है. नए बदलाव के बाद अब सिविलियंस को उपनल के जरिए नौकरी मिल सकती है.
गौरतलब है कि अब तक उपनल किसी भी सेक्टर में सिर्फ पूर्व सैनिक और उनके आश्रितों को ही रोजगार के अवसर मुहैया कराता था. दरअसल, साल 2016 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने उपनल के जरिए गैर सैन्य पृष्ठभूमि के लोगों को नौकरी देने पर रोक लगा दी थी. लेकिन अब वर्तमान हालात को देखते हुए त्रिवेंद्र सरकार ने फैसला किया है कि सिविलियंस को भी उपनल के माध्यम से नौकरी दी जा सकती है.