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उत्तराखंड में घोटालों पर घमासान, पक्ष-विपक्ष आमने सामने

उत्तराखंड में घोटालों को लेकर पक्ष -विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी हो गया है. विपक्ष ने प्रदेश के सभी राजनीतिक नेताओं के संपत्ति जांच करने की बात कही है. वहीं, सत्ता पक्ष ने भी विपक्ष से सरकार के जीरो टॉलरेंस की प्रशंसा करने की बात कही है.

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Published : Aug 9, 2020, 5:26 PM IST

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उत्तराखंड में घोटालों पर घमासान

देहरादून: उत्तराखंड राज्य में पूर्ववर्ती सरकार के दौरान हुए चावल घोटाले का मामला एक बार फिर चर्चाओं है. मगर अब चावल घोटाले के साथ-साथ एनएच और सिडकुल घोटाले को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के भ्रष्टाचार खत्म करने के बयान के बाद कांग्रेस के तेवर कड़े हो गये हैं. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष इस मामले में सरकार को घेरने में लगे हैं.

पूर्व की सरकार के खाद्य मंत्री और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस प्रीतम सिंह ने साल 1952 से लेकर 2020 तक अपने परिवार की संपत्ति की जांच कराने की सरकार से मांग करते हुए सभी नेताओं के संपत्ति की जांच कराने की बात कह रहे हैं, तो वहीं सत्ता पक्ष के नेता, कांग्रेस से भाजपा सरकार के जीरो टॉलरेंस की नीति की प्रशंसा और सहयोग की बात कह रहे हैं.

उत्तराखंड में घोटालों पर घमासान

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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार एनएच घोटाला मामले पर सीबीआई जांच की बात कर रही थी लेकिन सीबीआई जांच नहीं हुई. जबकि, सदन के भीतर खुद मुख्यमंत्री ने सीबीआई जांच की बात कही थी. इसी तरह सिडकुल घोटाले की भी जांच चल रही है. उन्होंने ही बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद जो दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही भ्रष्टाचार के मामले पर सीएम पर हमला बोलते हुए प्रीतम सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार सर से पांव तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है.

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लोकायुक्त लाने से क्यों डर रही है सरकार

प्रीतम सिंह ने कहा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत 100 दिन के भीतर लोकायुक्त लाने की बात कह रहे थे, उसे आज साढ़े 3 साल से ज्यादा का समय हो गया, मगर अभी तक प्रदेश में लोकायुक्त की नियुक्ति नहीं हुई है. उन्होंने कहा मौजूदा समय में जनता को भाजपा सरकार के बारे में सब पता चल गया है. 2022 में इस सरकार की विदाई भी तय है.

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सभी की जांच करा ले सरकार
साथ ही प्रीतम सिंह ने बताया कि सरकार राजनीतिक शुचिता की बात कर रही है तो इसके लिए उनके परिवार के संपत्ति की जांच करा ली जाए. साल 1952 में उनके पिता राजनीति में आए थे. तब से लेकर अब तक उनके परिवार की संपति का जांच सरकार करा ले. उन्होंने कहा इसके साथ ही बाकी पॉलीटिकल लीडर्स की भी सरकार जांच करा ले.

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भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कर रही कार्रवाई-भसीन
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी देवेंद्र भसीन ने बताया कि प्रदेश में लोकायुक्त की आवश्यकता इसलिए है ताकि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सके. हालांकि, वर्तमान समय में भाजपा सरकार सीधे कार्रवाई कर भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का काम कर रही है. ऐसे में लोकायुक्त के होने और न होने पर सवाल खड़ा ही नहीं होता है. साथ ही उन्होंने बताया कि एनएच घोटाले समेत तमाम अन्य घोटाले भी हैं, जिन पर जांच जारी है. उस जांच में दोषी पाये जाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.

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सरकार के जीरो टॉलरेंस की कांग्रेस करें प्रशंसा
विपक्ष पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में तमाम गड़बड़ झाले हुए हैं. इसकी जड़ में कांग्रेस पार्टी और उसके नेता रहे हैं. उन्होंने कहा भ्रष्टाचार के खिलाफ भाजपा सरकार युद्ध कर रही है. सत्ता के दलालों को सचिवालय परिषद समेत मुख्यमंत्री आवास से साफ कर दिया गया है. ऐसे में कांग्रेस अपना पुराना राग अलाप रही है. साथ ही विपक्ष पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा अगर कांग्रेस ईमानदारी की पक्षधर हैं तो उसे मौजूदा समय में भाजपा सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति की प्रशंसा करनी चाहिए. साथ ही अगर कोई जांच हो रही है तो उसमें भी सहयोग देना चाहिए.

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