सोमेश्वरः राज्य में होने वाले पंचायत चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज होने लगी है. पंचायत चुनावों को लेकर महिलाएं भी आगे आकर अपने हक के लिए आवाज बुलंद कर रहीं हैं. इसी क्रम में महिलाओं को पंचायत चुनाव में सक्रिय करने के उद्देश्य से 4 महिला संगठनों की संयुक्त बैठक में ऐलान किया गया कि वह किसी के हाथ की कठपुतली नहीं बनेंगी. वह अपने पति या अन्य पारिवारिक सदस्य को अपना प्रतिनिधि नहीं बनाएंगी, बल्कि खुद सामाजिक, प्रशासनिक और पंचायत के कार्यों का सम्पादन करेंगी.
द हंगर प्रोजेक्ट तथा संजीवनी विकास एवं जनकल्याण समिति के तत्वाधान में आगामी पंचायत चुनावों को देखते हुए महिलाओं के अधिकार व सुरक्षा को लेकर बैठक हुई. बैठक में महिला प्रधान व वार्ड सदस्यों को तहसील, थाने व विकासखण्ड के अधिकारियों ने दस्तावेजों व सुरक्षा से सम्बंधित जानकारी दी.
इस मौके पर बीएलओ खीला देवी व विमला देवी ने भी महिलाओं को जानकारी दी. कार्यक्रम की संयोजक पुष्पा बोरा ने पंचायत में महिलाओं की भूमिका मजबूत करने व भागदीरी बढ़ाने के लिये किये जा रहे जागरूकता अभियान के बारे में बताया,
उन्होंने कहा कि महिलाओं को पंचायत में अपनी भागीदारी बढ़ाने के लिये स्वयं ही प्रस्तावक, अनुमोदक व एजेण्ट भी बनना होगा तभी उन्हें चुनावों में 50 प्रतिशत आरक्षण का पूरा सही लाभ मिल सकेगा. उन्होंने कहा कि स्वीप अभियान के अन्तर्गत आचार संहिता लगने तक गांव-गांव नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से महिलाओं व ग्रामीणों को जागरूक किया जाएगा.