देहरादून: उत्तराखंड में हेली सेवाओं के विस्तार के लिए प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इसी के तहत देहरादून के सहत्रधारा हेलीपैड में हेली ड्रोम का आयोजन किया गया. इस आयोजन में उड़ान योजना में चिन्हित किये स्थानों के लिए हेली सेवाएं देने पर राज्य सरकार को भारत सरकार से मिलने वाली सब्सिडी पर चर्चा हुई.
सहस्त्रधारा हेलीपैड हेली ड्रोम समिट का आयोजन प्रदेश सरकार और नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारत सरकार, उत्तराखण्ड सरकार व फिक्की के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया. इस सम्मेलन में देशभर की कई बड़ी नामी हेली कंपनियों ने पहुंचकर प्रेजेंटेशन दिया. कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की. इस कार्यक्रम में राज्य में हेली सेवाओं के विस्तार पर चर्चा की गई.
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कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखण्ड की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए कहा कि यहां हेली सेवाएं बहुत जरूरी हैं. उन्होंने कहा कि सीमांत क्षेत्रों तक सड़क मार्ग से जाने में 20 घंटे तक लग जाते हैं, जबकि हेलीकाप्टर से ये दूरी मात्र एक से दो घंटे में नापी जा सकती है. उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के दूरस्थ क्षेत्रों की प्राकृतिक सुदंरता का कोई मुकाबला नहीं है. इसके साथ ही उत्तराखण्ड में धार्मिक पर्यटन के साथ ही खर्चीले पर्यटकों की संख्या में काफी वृद्धि हो रही है. सीएम ने कहा कि हमारे प्रयासों से पिछले कुछ समय में फिल्म शूटिंग के लिए उत्तराखण्ड पंसदीदा गंतव्य बनता जा रहा है.