वाराणसी: तेज बहादुर पटेल की हत्या और किशन पटेल पर हुए जानलेवा हमले की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है. मंगलवार को पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सूर्यकांत त्रिपाठी ने इस घटना का खुलासा कर दिया. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सूर्यकांत त्रिपाठी ने बताया कि 1 अक्टूबर को किशन पटेल और तेज बहादुर पटेल को गोली लगी थी.
जानलेवा हमला करने और गोली मारकर हत्या करने वाले 2 आरोपी गिरफ्तार
तेज बहादुर की हत्या और किशन पटेल पर जानलेवा हमले मामले में फूलपुर पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है.
इस मामले में तेज बहादुर की मृत्यु हो गई थी. पुलिस ने इस वारदात के 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि 2 अन्य अभियुक्त वांछित चल रहे हैं. गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों के पास से 2 असलहा समेत कुछ नगदी बरामद हुई है. पकडे़ गए आरोपी जौनपुर के रहने वाले हैं.
पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि आकाश ने असलहा खरीदने के लिए किशन पटेल को 15000 रुपये दिए थे. लेकिन किशन पटेल ने असलहा देने में आनाकानी की और रुपये लौटाने से मना कर दिया. इसी बात पर विवाद हो गया और आकाश ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर किशन पटेल को गोली मार दी. मोटरसाइकिल स्टार्ट करके भागने का प्रयास कर रहे तेज बहादुर को भी आरोपियों ने पीछे से गोली मार दी.
बता दें कि 1 अक्टूबर की रात करीब 10 बजे चनौली बगीचे के पास गोली मारकर दल्लीपुर बसनी निवास तेज बहादुर पटेल की हत्या कर दी गई और बड़ेपुर बेलवा का किशन गंभीर रूप से घायल हो गया था. किशन को बीएचयू ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है.
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