वाराणसीः 2014 में पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी का सपना वाराणसी के जीडीपी को बढ़ाकर उसे मुनाफा देना था. इस प्लान में ने पूरी तरह से सफल होते हुए भी दिख रहे हैं. इसके लिए उन्होंने वाराणसी के सबसे अहम और देश के द्वादश ज्योतिर्लिंग में सर्वोपरि माने जाने वाले श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का कायाकल्प कर दिया है. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को विश्वनाथ धाम के रूप में डेवलप करने के साथ ही यहां आने वाले पर्यटकों को सुविधाओं का एक ऐसा तोहफा दिया, जिससे वाराणसी में पर्यटकों की भरमार होने लगी.
दिसंबर 2021 में जिस दिन प्रधानमंत्री ने विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया उसके बाद से विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने वाले दर्शनार्थियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है. एक तरफ जिसका फायदा पर्यटन को मिल रहा है, तो दूसरी ओर विश्वनाथ मंदिर की आमदनी हर महीने दोगुनी होती जा रही है. यूं कहिए आने वाले सैलानियों ने बाबा विश्वनाथ की आमदनी भी बढ़ा दी है.
इस बारे में मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि विश्वनाथ मंदिर में भक्तों के लिए एक से बढ़कर एक सुविधाएं देने के अलावा सुरक्षा और अन्य चीजें मुहैया कराने की पूरी प्लानिंग की जा रही है. ये इसलिए भी अहम हो गया है क्योंकि दिसंबर के बाद जनवरी, फरवरी, मार्च और अप्रैल के 15 तारीख तक वाराणसी में पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ती हुई दिखाई दी है.
वाराणसी आने वाला हर पर्यटक सबसे पहले काशी विश्वनाथ धाम आता है. जिसकी वजह से प्रतिदिन एक लाख से ज्यादा लोग श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन कर रहे हैं. जिसका सीधा फायदा विश्वनाथ मंदिर में आने वाले चढ़ावे में बढ़ाेतरी में देखने को मिल रहा है. विश्वनाथ मंदिर में होने वाली चार प्रहर की आरती जिसमें मंगला आरती, भोग आरती, सप्त ऋषि आरती और श्रृंगार आरती शामिल है. इन चारों के टिकट बिक्री से लेकर बाबा विश्वनाथ के मंदिर में होने वाले रुद्राभिषेक और अन्य पूजा अनुष्ठान की बुकिंग ऑनलाइन होने की वजह से यहां आने वाले पर्यटक पहले से ही इसका लाभ ले रहे हैं.
इसके अतिरिक्त यहां पर सुगम दर्शन की व्यवस्था भी ऑनलाइन लागू की गई है. बिना लाइन लगे भक्त जल्दी दर्शन करने के लिए सुगम दर्शन की व्यवस्था का लाभ लेते हैं, जो सीधे विश्वनाथ धाम के कोष में वृद्धि कर रहा है. इसके अलावा विश्वनाथ धाम के दान पात्र और हुंडी में आने वाले दान में भी बढ़ोतरी हो रही है. मुख्य कार्यपालक अधिकारी का कहना है कि दिसंबर 2021 के पहले विश्वनाथ मंदिर में सामान्य से शिवरात्रि के मौके पर इतनी जबरदस्त भीड़ देखने को मिलती थी. लेकिन सारे रिकॉर्ड टूटते नजर आ रहे हैं. सावन और शिवरात्रि से ज्यादा भीड़ आम दिनों में विश्वनाथ मंदिर में देखने को मिल रही है. नये साल के मौके पर तो विश्वनाथ मंदिर में 5 लाख से ज्यादा लोगों ने दर्शन किया था. इसका सीधा फायदा यहां आने वाले दान और विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की आय पर पड़ रहा है. विश्वनाथ मंदिर के कोष में लगातार बढ़ोतरी होती दिखाई दे रही है.