वाराणसीः पीएम मोदी जब से काशी के सांसद बने हैं. तब से यहां की तस्वीर कुछ बदली-बदली सी नज़र आने लगी है. धर्मनगरी में 10 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की विकास योजनाएं संचालित हो रही हैं. इनमें सड़कों की रिमॉडलिंग से लेकर गलियों का कायाकल्प, तालाब का सुंदरीकरण, गंगा स्वच्छता मिशन और कई नये बड़े प्रोजेक्ट शामिल हैं. इन सबके बीच वाराणसी में पहले से मौजूद रेलवे स्टेशनों की सूरत भी देरी से सही, लेकिन अब बदलने लगी है. मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन के कायाकल्प के बाद अब वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन की सूरत को भी बदलने के लिए 6 सौ करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी मिली है. इसमें से कुछ काम तो शुरू भी हो गये हैं. आने वाले समय में वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन देश के टॉप-10 रेलवे स्टेशनों में शामिल होगा, जो सुंदरता और भव्यता के लिए जाना जायेगा.
ट्रैफिक मैनेजमेंट होगा बेहतर
दरअसल, वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर रीमॉडलिंग से लेकर ट्रैफिक मैनेजमेंट एंट्रेंस प्वाइंट और सुंदरीकरण को लेकर अलग-अलग प्रोजेक्ट तैयार किये गये हैं. इनमें सबसे अहम प्रोजेक्ट ट्रैफिक को कंट्रोल करने का है. अधिकारियों के मुताबिक वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन में 5 ओर से गाड़ियों का आवागमन होता है. इस बजट से कैंट रेलवे स्टेशन की रीमॉडलिंग से लेकर ट्रैफिक मैनेजमेंट एंट्रेंस प्वाइंट और सुंदरीकरण को लेकर अलग-अलग प्रोजेक्ट तैयार किये गये हैं.
यार्ड की बढ़ेगी क्षमता, बनेंगे 2 नये प्लेटफॉर्म
इसके साथ ही यार्ड में अभी तक ट्रेनों के रुकने की कम क्षमता की वजह से कई समस्यायें होती हैं. इसको देखते हुए जल्द ही यार्ड में ज्यादा ट्रेनों के रुकने की क्षमता डेवलप कर इसको भी बेहतर बनाने का काम शुरू हो जायेगा. इसके अलावा अबतक वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर कुल 9 प्लेटफॉर्म हैं. यहां ट्रेनों का लोड ज्यादा होने की वजह से कई बड़ी ट्रेनों को यार्ड में रोककर प्लेटफार्म खाली कराने का इंतजार करना पड़ता है. लेकिन अब जल्द ही वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर दो नये प्लेटफार्म बनने जा रहे हैं. जिसके बाद ट्रेनों की आवाजाही सुगम हो जायेगी. पैसेंजर को परेशानियों का सामना भी नहीं करना पड़ेगा.