वाराणसी: जिले के कबीरचौरा स्थित नागरिक नाटक मंडली में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय और संस्कार भारती की ओर से बनारस रंग महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पांच दिवसीय इस कार्यक्रम का शुभारंभ 27 जनवरी की देर शाम किया गया. 4 प्रदेशों से आए कलाकार इसमें हिस्सा ले रहे हैं. कार्यक्रम में पहले दिन आगा हश्र कश्मीर के नाटक सीता बनवास और दूसरे दिन महर्षि बोधायन के नाटक भगवद्ज्जुकम का मंचन हुआ.
बनारस रंग महोत्सव का शुभारंभ, नाटक का वनवास हुआ खत्म
वाराणसी में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय और संस्कार भारती की ओर से बनारस रंग महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पांच दिवसीय इस कार्यक्रम का शुभारंभ 27 जनवरी को हुआ था. इसमें 4 प्रदेशों से आए कलाकार हिस्सा ले रहे हैं.
टूटा थिएटर का बनवास
राष्ट्रीय नाटक विद्यालय वाराणसी की इकाई और संस्कार भारती की ओर से आयोजित बनारस रंग महोत्सव के पहले दिन ही कश्मीर के कलाकारों द्वारा सीता बनवास के मंचन से काशी के लंबे समय से बंद पड़े नागरिक नाटक मंडली का वनवास खत्म हुआ. संक्रमण की वजह से पिछले कई महीनों से थिएटर बंद था. नाटक के दौरान कोविड-19 का पालन किया. 125 सीट वाले नागरिक मण्डली में 70 लोगों को बैठने की अनुमति दी गई.
कलाकारों द्वारा नाटक के मंच को जीवंत कर दिया गया. कलाकारों ने अपनी कला के माध्यम से सभी को घंटो बांधे रखा. हर कोई अद्भुत कहानी को देखकर हैरान था. वहीं पहले दिन सीता बनवास को देखकर लोगों की आंखें नम थी.