वाराणसीः महादेव की नगरी काशी में फ्रेंच नागरिक माइकल पंचतत्व में विलीन हो गए. हरिश्चंद्र घाट पर उनका अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाज से किया गया. वाराणसी के समाज सेवी अमन ने उनका अंतिम संस्कार किया. माइकल कुछ दिन पहले काशी आए थे. उनकी काशी में मोक्ष पाने की चाहत थी. माइकल की तीन दिन पहले मृत्यु हुई थी. उनका शव काशी हिंदू विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर के मोर्चरी में रखा हुआ था. शनिवार को उनका शव पोस्टमार्टम के बाद हरिश्चंद्र घाट लाया गया, जहां पर उन्हें मुखाग्नि दी गई. यह काशी का ऐसा पहला मामला रहा, जब किसी फ्रेंच नागरिक का अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज और परंपरा के अनुसार किया गया.
काशी में मोक्ष मिलना आसान नहीं
काशी में मोक्ष पाने की चाहत हर इंसान की होती है. आध्यात्मिक महत्व को मानने वाले लोग अपने जीवन का अंतिम समय काशी में ही गुजारना चाहते हैं. ऐसा ही एक सौभाग्य फ्रेंच नागरिक माइकल को मिला. अपनी बीमारी के बात जानने के बाद वह काशी में अपने जीवन का अंत समय गुजारने के लिए पहुंचे थे. मगर वो कहते हैं न कि काशी में मोक्ष मिलना आसान नहीं है. उन्हें यहां रहने के लिए बहुत जद्दोजहद करनी पड़ी थी. काफी मशक्कत के बाद उन्हें रहने के लिए एक कमरा मिला था. जीवन के अंतिम कुछ दिन सही से गुजरे. फिर तीन दिन पहले उनकी मृत्यु हो गई. शनिवार रात उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया.
रहने के लिए नहीं मिल रही थी जगह
फ्रेंच नागरिक माइकल का अंतिम संस्कार करने वाले अमन ने बताया कि, यह ऐसा पहला मामला था, जब उन्हें माइकल को अस्पताल में देखकर अजीब सी चीज महसूस हुई. उनसे जाकर बात किया तो पता चला कि वह 10 दिन से अस्पताल में ही पड़े हैं. उनकी हालत अस्पताल में भी खराब थी. माइकल ने उन्हें बताया था कि उन्हें विदेशी होने के नाते मुमुक्षु भवन में जगह नहीं मिल सकी थी. इसके बाद वह एक गेस्ट हाउस में 10 दिन रहे थे. वहां वह बेहोश होकर गिरे तो अस्पताल लाया गया. उनको प्रशासन की मदद से "अपना घर आश्रम" में जगह दिलाई गई थी. यहां उनके जीवन के अंतिम 8 दिन आराम से गुजरे थे. 8वें दिन ही उन्होंने यहां दम तोड़ दिया था.
माइकल के घर भेजी जाएंगी अस्थियां
समाजसेवी अमन ने बताया कि, उनका शव एंबुलेंस से हरिश्चंद्र घाट लेकर जाया गया था. इसके बात उन्हें अंतिम यात्रा में कंधा दिया. उनका अंतिम संस्कार करते हुए मुखाग्नि दी. शव का शुद्धिकरण कर सफेद मारकीन, चमकीले कपड़े ओढाए गए. इसके बाद लकड़ी, चंदन और घी आदि के साथ विधि-विधान से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को पूरा किया गया है. उन्होंने बताया कि माइकल की अस्थियां उनके घर भेजी जाएंगी. जहां उनका परिवार रहता है. इसके साथ ही अगले साल पितृ विसर्जन की प्रक्रिया भी की जाएगी. बता दें कि अमन ने हिंदू रीति-रिवाज से माइकल का अंतिम संस्कार करवाते हुए मुंडन संस्कार को भी पूरा किया है.