वाराणसी:धर्म की नगरी काशी में हर त्यौहार का अपना एक अलग ही रंग होता है. यहां हर त्यौहार को काशीवासी कुछ अलग अंदाज में मनाते हैं, जिसे देखने के लिए सैलानी सात समुंदर पार से खींचे चले आते हैं. काशी में सावन महीने का अलग ही महत्तव है. सावन के महीने में मौसम की तरह महिलाएं भी विशेष श्रृंगार करती हैं. महिलाओं का यह श्रृंगार बिना मेहंदी के अधूरा होता है. काशी में भारतीय महिलाओं के साथ-साथ विदेशी महिलाओं पर भी मेहंदी का रंग चढ़ रहा है.
सावन स्पेशल: विदेशी महिलाओं पर भी चढ़ा बनारसी मेहंदी का रंग
सावन के महीने में पूरा बनारस भगवान शिव की भक्ति में रम जाता है. भारतीय संस्कृति को पहचानने के लिए भारत आने वाली विदेशी महिलाएं भी पूरी तरह से भक्ति भाव में डूब जाती हैं.
सावन के महीने को सेलिब्रेट करने के लिए सात समुंदर पार से बनारस आए विदेशी मेहमान भी यहां के पारंपरिक रीति-रिवाज में ढ़लते नजर आ रहे हैं. सावन का महीना शुरू होने में कुछ ही दिन बचे हैं, ऐसे में हर तरफ सावन की तैयारियां जोरों पर हैं. महिलाएं श्रृंगार के लिए हाथों में मेहंदी लगा रही हैं, तो वहीं सावन को सेलिब्रेट करने के लिए आई विदेशी महिला पर्यटक भी हर्षोल्लास के साथ इस त्यौहार को मना रही हैं.
विदेशी महिला पर्यटक भारतीय संस्कृति और परंपरा को समझते हुए अपने हाथों पर मेहंदी लगवा रही हैं. विदेशी महिला सैलानियों का कहना है कि हम हिंदुस्तान की संस्कृति को देखने और समझने के लिए आए हैं. ये महिलाएं हाथों पर मेहंदी लगाकर बेहद खुश हो रही हैं. विदेशी महिला पर्यटकों का कहना है कि हम इस वक्त भारत में हैं और यहां की संस्कृति से रूबरू हो रहे हैं. हमें यहां का खान-पान, जगह और परंपराएं बेहद पसंद आ रही हैं. हमारा पूरा ग्रुप इस पल को बेहद इंजॉय कर रहा है.