जौनपुर : गिरते भूजल स्तर को सुधारने के लिए जिले के विकास भवन में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लगाया गया था. इससे लोगों को खासी उम्मीदें थी. वहीं अधिकारियों की अनदेखी के कारण यह अब कूड़े के ढेर में तब्दील हो गया है.
जौनपुर: कूड़े के ढेर में तब्दील हुआ जिले का पहला रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
जिले का पहला रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अब कूड़े के ढेर में तब्दील हो गया है. देश में भू-जल स्तर को सुधारने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल शक्ति अभियान चलाया हैं. भारत सरकार के गृह सचिव एसके शाही ने लोगों से भू-भाग में जल की वृद्धि के लिए तालाब, पोखरा इत्यादि के माध्यम से जल संचय करने की बात कही.
जौनपुर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बदला कूड़े के ढेर में
बढ़ता जा रहा जल संकट -
- जिले के आठ ब्लाकों में जल की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है.
- लोगों को अब शुद्ध जल मिलना मुश्किल हो रहा है.
- इन्हीं सब समस्याओं को दूर करने के लिए विकास भवन में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लगाया गया.
- इसका मुख्य उद्देश्य भूभाग के घटते जलस्तर को बढ़ाना था.
- अधिकारियों की उपेक्षा के कारण हार्वेस्टिंग सिस्टम अब कूड़े के ढेर में तब्दील हो गया है.
- प्रधानमंत्री द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत अब इसे जल्दी सुधार करने की बात कही जा रही है.
रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को ढाई महीने के अंदर सही कर दिया जाएगा. इस विषय में जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. उन्हीं की देखरेख में यह काम पूरा किया जाएगा. जब ढाई महीने बाद दोबारा मैं जौनपुर आऊंगा तो इसे आप पूरी तरह से कंप्लीट पाएंगे.
-एस के शाही, संयुक्त सचिव