वाराणसी: निजी अस्पतालों में इलाज को लेकर लापरवाही और मनमानी के मामले सामने आते रहते हैं. निजी अस्पतालों की लापरवाही को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है. अब वाराणसी के अस्पतालों में इमरजेंसी में आने वाले सभी मरीजों का इलाज करना होगा. यदि बिना इलाज कोई अस्पताल मरीज को लौटाता है तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस बात की जानकारी सीएमओ वीबी सिंह ने दी.
जिले के निजी अस्पतालों की मनमानी के मामले सामने आते रहते हैं. बीते कुछ महीनों से वेंटिलेटर न होने पर यहां के अस्पतालों से मरीजों को लौटाया जा रहा था. इसके साथ ही खर्च का पैकेज बताकर एकमुश्त रकम भी ले ली जाती थी, जिससे मरीज और उनके तीमारदारों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता था.
वाराणसी: निजी अस्पतालों की मनमानी पर चला प्रशासन का डंडा
यूपी के वाराणसी में प्रशासन ने निजी अस्पतालों के खिलाफ सख्त रुख अपना लिया है. यहां सीएमओ ने आदेश दिया है कि अस्पतालों में इमरजेंसी में आने वाले सभी मरीजों का इलाज करना होगा. यदि बिना इलाज कोई अस्पताल मरीज को लौटाता है तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
कुछ दिन पूर्व ऐसा ही मामला सामने आया था. यहां के दुर्गाकुंड निवासी विजय भट्टाचार्य को वेंटिलेटर ना होने की बात कहते हुए तीन अस्पतालों से लौटा दिया गया था. इसके कारण उनकी मौत हो गई थी. इसी घटना के बाद प्रशासन ने सख्ती करते हुए स्थानीय स्तर पर कड़ाई भी शुरू कर दी है.
हमने आईएमए, नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष को पत्र भेजकर अस्पताल में इमरजेंसी में आने वाले सभी मरीजों को चिकित्सा सुविधा से वंचित न करने तथा उन्हें तुरंत उपचार देने का आदेश दिया है. यदि कोई इस नियम का पालन नहीं करेगा तो उस अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
-डॉ. वीबी सिंह, सीएमओ