वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वाराणसी मंडल के विकास कार्यों की विस्तार से समीक्षा की. 3 घंटे से अधिक चली समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने मंडल और उसके अंतर्गत जनपद वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली में हुए विकास कार्यों का एक-एक करके विस्तार से हाल जाना. सीएम ने कहा कि वाराणसी सहित पूरे प्रदेश में गत 3.5 वर्ष में रिकॉर्ड विकास एवं सामाजिक सहायता के कार्य हुए हैं. इसमें वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशेष रूचि एवं संदेश से केंद्र व राज्य सरकार के संयुक्त क्रियान्वयन से वृहद स्तर पर इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ. फलस्वरूप वाराणसी कई क्षेत्रों पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित यहां से जुड़े अन्य प्रदेशों के लिए स्वास्थ्य, कनेक्टिविटी, कृषि एवं हैंडलूम उत्पाद व पर्यटन के क्षेत्र में हब बन रहा है.
सीएम ने कहा कि आज बनारस देश दुनिया के नक्शे पर देश-विदेश के पर्यटकों को प्रमुखता से आकर्षित करता है. श्री काशी विश्वनाथ धाम निर्माण परियोजना काशी की पौराणिकता, धार्मिकता एवं आध्यात्मिकता को संजोए हुए आधुनिकता एवं नवीनता का अनुपम, भव्य, सुविधायुक्त धाम होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का मां गंगा एवं श्री काशी विश्वनाथ जी के प्रति अगाध विश्वास और आस्था से उनकी मंशा के अनुरूप बन रहे यह धाम विश्व की समस्त भारतवंशियों सहित विदेशियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा. यह पर्यटन की दृष्टि से भी आकर्षक, मनमोहक व सजीवटता होगी. कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने 50 करोड़ से ऊपर धनराशि तथा जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने जनपद वाराणसी में 10 से 50 करोड़ तक धनराशि परियोजनाओं के प्रगति से मुख्यमंत्री को विस्तार से अवगत कराया.
50 करोड़ से अधिक की 28 परियोजनाएं हैं संचालित
इस वर्ष वाराणसी मंडल में 50 करोड़ से अधिक लागत की कुल 28 परियोजनाएं संचालित हैं, इसमें जनपद वाराणसी में 24, चंदौली में 1, जौनपुर में 2 और गाजीपुर में 1 परियोजना पर काम चल रहा है. इनकी कुल लागत 8409.33 करोड़ रुपये है. संचालित परियोजनाओं में 11 परियोजनाएं इसी वर्ष दिसंबर 2020 तक, 5 परियोजनाएं मार्च 2021 तक, 10 परियोजनाएं दिसंबर 2021 तक तथा बाकी 2 परियोजनाएं दिसंबर 2021 तक पूर्ण हो जाएगी. अंतरराष्ट्रीय सहयोग से कन्वेंशन सेंटर रुद्राक्ष का निर्माण तेजी से हो रहा है. इसी वर्ष दिसंबर 2020 तक पूर्ण हो जाएगा. जनपद वाराणसी में 50 करोड़ से अधिक लागत की सड़क व पुल की 8 परियोजनाएं क्रियान्वित हैं. इसमें 307.77 करोड़ रुपये परियोजना की लहरतारा से फुलवरिया मार्ग पर दो आरओवी, वरुणा पर एक पुल तथा फोरलेन सड़क का कार्य 21 फीसदी हो चुका है.
सीएम ने कहा कि पंचकोशी परिक्रमा मार्ग चितईपुर-जंसा-रामेश्वर-कपिलधारा का 90 फीसदी निर्माण कार्य हो चुका है. वाराणसी रिंग रोड फेज-2 की परियोजना 1354.67 करोड़ लागत की है. यह दिसंबर 2020 तक पूर्ण हो जाएगी. वाराणसी-गाजीपुर के फोरलेन रोड चौड़ीकरण कार्य भी इसी वर्ष के अंत तक पूर्ण हो जाएगा. घाघरा ब्रिज-वाराणसी सेक्शन में फोरलेन सड़क चौड़ीकरण की 785 करोड़ रुपये की परियोजना भी मार्च 2021 तक पूर्ण हो जाएगी. सुल्तानपुर-वाराणसी सेक्शन में चार लेन सड़क चौड़ीकरण की 806 करोड रुपये की परियोजना भी मार्च 2021 तक पूर्ण हो जाएगी. वाराणसी-औड़िहार सेक्शन में 3 लेन आरओबी फरवरी 2021 में पूर्ण हो जाएगा. वाराणसी सिटी-सारनाथ रेल मार्ग पर कज्जाकपुरा के पास 62.78 करोड़ रुपये से उपरिगामी सेतु निर्माण शुरू हो गया है, दो अगले वर्ष तक बन जाएगा.
3,550 घरों में पाइप लाइन से हो रही घरेलू गैस की आपूर्ति
वाराणसी में गेल द्वारा 345 करोड़ रुपये की गैस वितरण परियोजना में 19,400 घरों में जीआई इंफ्रास्ट्रक्चर लगा दिया गया तथा 3,550 घरों में पाइप लाइन से घरेलू गैस आपूर्ति भी हो रही है. 9 सीएनजी स्टेशन कार्य करना शुरू कर दिए हैं, 3 सीएनजी स्टेशन निर्माणाधीन है. श्री काशी विश्वनाथ धाम का कार्य अगस्त 2021 तक पूर्ण कर लिया जाएगा.
अच्छे वोल्टेज के साथमिलेगी पर्याप्त बिजली
वाराणसी में विद्युत सुदृढ़ीकरण हेतु आईपीडीएस के फेज की 118.20 करोड़ रुपये की परियोजना अगले माह अक्टूबर 2020 में पूर्ण हो जाएगी. अलईपुर विद्युत उपकेंद्र को 56 करोड़ रुपये से निर्माण कराया जा रहा है. इससे बड़ी आबादी को अच्छे वोल्टेज के साथ पर्याप्त बिजली मिलेगी.
जल्द साफ होगी गंगा
सीएम ने कहा कि स्वच्छ एवं निर्मल गंगा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के तहत वाराणसी के नालों, सीवर, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किए गए हैं. 50 एमएलडी का रमना एसटीपी, 10 एमएलडी का रामनगर एसटीपी तथा इसके इंटरसेप्टर कार्य इसी वर्ष पूर्ण हो जाएंगे. वरुणा नदी के चैनेलाइजेशन एवं तटीय विकास परियोजना, जो 201.66 करोड़ रुपये लागत की है, इसका लगभग कार्य पूर्ण हो चुका है.
मंडल में भी काम जोरों पर
चंदौली में राजकीय मेडिकल कॉलेज निर्माण की कार्रवाई की जा रही है. जौनपुर में 554.17 करोड़ रुपये लागत से मेडिकल कॉलेज निर्माण प्रगति पर है. इसमें 40 फीसदी कार्य हो चुका है. जौनपुर नगर पालिका की 264.7 करोड़ रुपये की सीवरेज योजना का कार्य शुरू हो चुका है और कार्य तेजी से चल भी रहा है. गाजीपुर में राजकीय मेडिकल कॉलेज 220.43 करोड़ रुपये से निर्माण हो रहा है. जिसमें 300 बेडेड टीचिंग हॉस्पिटल होगा. इसका 30 फीसदी कार्य हो चुका है और कार्य तेजी से प्रगति पर है.
स्मार्ट सिटी से बदलेगी पुरानी काशी की तस्वीर
स्मार्ट सिटी के तहत 45 परियोजनाएं (जिनकी लागत 1001.34 करोड़ रुपये) क्रियान्वित हैं. जिसमें अब तक विभिन्न कार्यों पर 262.52 करोड़ रुपये व्यय हो चुके हैं. वहीं स्मार्ट सिटी के कार्य युद्ध स्तर पर संचालित हो रहे हैं. पर्यटन की दृष्टि से स्मार्ट सिटी में गंगा की समस्त 84 घाटों पर हेरिटेज साइनेज, घाट रिवाइटलाइजेशन एवं फसाड इंप्रूवमेंट, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं घाटों का कल्चरल अपलिफ्टमेंट, गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक स्ट्रीट पेडेस्ट्रियनाईजेशन एवं फुटपाथ सौंदर्यीकरण, खिड़कियां घाट का पुनर्विकास, दशाश्वमेध घाट पर पर्यटक सुविधा और मार्केट कांप्लेक्स का विकास कार्य किया जा रहा है. स्मार्ट सिटी के तहत 173.54 करोड़ की लागत से काशी इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर की स्थापना हो चुकी है. शहर के 720 स्थानों पर एडवांस सर्विलांस कैमरा स्थापना के कार्य इसी वर्ष दिसंबर 2020 तक पूर्ण हो जाएगा.
शहर में बनेगा इलेक्ट्रॉनिक बस चार्जिंग स्टेशन
शहर की सड़क एवं परिवहन को रिवाइटलाइजेशन हेतु स्मार्ट सिटी में रोड एवं जंक्शन इंप्रूवमेंट का कार्य हो रहा है. शहर में इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग स्टेशन स्थापना की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. बेहतर यातायात हेतु स्मार्ट सिटी में शहर के तीन प्रमुख स्थानों पर पार्किंग बनवाई जा रही है. इसमें गोदौलिया चौक पर 375 टू व्हीलर पार्किंग, टाउनहॉल में 150 कार एवं 200 टू व्हीलर पार्किंग तथा बेनियाबाग में 400 कार एवं 450 टू व्हीलर पार्किंग का निर्माण तेजी से हो रहा है.
पार्क कुंड तालाबों की बदलेगी तस्वीर
स्मार्ट सिटी में पार्क एवं कुंडों के विकास के तहत 4 स्मार्ट पार्क के रिडेवलपमेंट, मंदाकिनी कुंड का जीर्णोद्धार, नदेसर, चकरा, सोनभद्र, पांडेयपुर, चितईपुर तालाबों का विकास एवं सुंदरीकरण हो रहा है. पुरानी काशी के री-डेवलपमेंट को स्मार्ट सिटी में लेकर राजमंदिर, कामेश्वर महादेव, कालभैरव, दशाश्वमेध, जंगमबाड़ी, गढ़वासी टोला वार्डों का री-डेवलपमेंट कार्य हो रहा है. स्मार्ट सिटी में 12.59 करोड़ की लागत से कान्हा उपवन की स्थापना का कार्य पूर्ण हो चुका है. मछोदरी स्मार्ट स्कूल एवं कौशल विकास केंद्र डॉ. संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम के री-डेवलपमेंट कार्य प्रगति पर है. शहर के 5 शिरोपरि जलाशयों, विभिन्न स्थलों पर लैंडस्कैपिंग एवं आर्ट वर्क के कार्य स्मार्ट सिटी में शहर का सुंदरीकरण कार्य रहे हैं. वाराणसी स्मार्ट सिटी को बेहतर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए इम्पावरिंग इंडिया अवार्ड 2020 के लिए पुरस्कृत किया गया.
अमृत योजना पर विशेष जोर
अमृत योजना में वाराणसी नगर निगम के 5 जोन्स में 29.71 करोड़ रुपये लागत से पेयजल घरेलू गृह संयोजन की परियोजना क्रियान्वित है. इसमें शहर के 28,683 घरो में कनेक्शन देने का कार्य पूर्ण हो चुका है. इसमें कुल 50,000 घरों को पेयजल उपलब्धता हेतु जोड़ा जाएगा. जौनपुर जनपद में अमृत योजना में 26.78 करोड़ रुपये लागत की गृह जल संयोजन एवं पुनर्गठन पेयजल योजना क्रियान्वित हैं. इसमें अब तक 6,100 घरों में पेयजल संयोजन का कार्य एवं पुनर्गठन पेयजल योजना के फेज-1का कार्य 75 फीसदी तथा फेज-2 का कार्य 40 फीसदी पूर्ण हो चुका है. चंदौली में अमृत योजना में 36.87 करोड़ रुपये की दीनदयाल गृह पेयजल संयोजन योजना क्रियान्वित है, जिसमें घरों में पेयजल कनेक्शन का कार्य पूर्ण हो चुका है तथा पुनर्गठन पेयजल योजना का कार्य तेजी से पूर्ण किया जा रहा है.