वाराणसी: किसानों के बेहतरी के लिए लगातार उनकी आय में इजाफा करने के लिए सरकार अलग-अलग कदम उठा रही है. इस मिशन में भारत और यूपी सरकार दोनों प्रयासरत हैं. पारंपरिक तरीके से किसानों को जहां उनकी फसलों के उचित दाम दिलाने की दिशा में काम हो रहा है तो वहीं अब किसानों को आधुनिकता से जोड़ते हुए यूपी देश के प्रमुख अनाजों को ई-कॉमर्स से भी जोड़ा जा रहा है. जिससे कि किसान सीधे तौर पर विदेशों तक अपने अनाज निर्यात कर सकें. इसके लिए सबसे पहले जी-आई प्रोडक्ट में शामिल अनाजों को ई- कॉमर्स से जोड़ा जा रहा है साथ ही अन्य अनाजों की जानकारी भी इसमें दी जा रही है. बड़ी बात ये है कि ऑनलाइन अनाजों की बिक्री का असर भी अब देखने को मिलने लगा है. इसका क्या फायदा होगा और कैसे किसान अपडेट हो रहे हैं, देखिये इस स्पेशल रिपोर्ट में -
ई-कॉमर्स से जुड़कर किसान हो रहे हाई-टेक
खेतों में काम करने वाले किसान अब हाई-टेक बनने जा रहे हैं. किसान और उनके उपजाए गए अनाज अब सीधे देश-विदेश तक पहुंच पाएंगे. विदेशों में बैठे खरीददार अब ऑनलाइन माध्यम से अनाज का ऑर्डर दे सकेंगे. इसके लिए उन्हें ई-कॉर्मस से अपडेट किया जा रहा है, जिसके लिए बाकायदा ट्रेनिंग सेंटर भी बनाए जा रहे हैं. जहां स्टॉल लगाकर किसानों को ऑनलाइन जुड़ने के फायदे के साथ ही उनके प्रमुख उत्पादों को ऑनलाइन से जोड़ा जा रहा है. इसके लिए एपीडा ने बाकायदा ऑनलाइन मार्केटिंग एजेंसियों को देश के अलग अलग हिस्सों से जोड़ा है. एपीडा का कहना है कि ई-कॉमर्स टूल बड़ा सहायक साबित हो रहा है. यह कृषि उत्पाद को घरेलू बाजार के साथ ही विदेशी बाजार में निर्यात करने के लिए सीधे तौर पर किसानों को लाभ दे रहा है. यही कारण है कि इससे जोड़ने के लिए किसानों को लगातार जानकारियां दी जा रही हैं.