वाराणसी: एंटी करप्शन टीम ने एक दारोगा को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. दारोगा ने ये रुपये एक पीड़ित से उसका काम पूरा होने पर मांगे थे. पुलिस टीम ने दारोगा को पांच हजार रुपयों के साथ रंगे हाथों पकड़ा है. इस पूरे मामले में दारोगा के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
राजकुमार गुप्ता का कहना है कि उनका एक कूरियर कंपनी के साथ मामला चल रहा था. ये मामला गबन का था. इसी में उन्होंने दारोगा महेश सिंह से संपर्क कर कार्रवाई करने की मांग की थी. राजकुमार का कहना है कि उनका पिछले डेढ़ साल से पेमेंट नहीं मिल रहा था, जिसे उन्होंने दिलाने की बात कही थी.
राजकुमार का कहना है कि इस मामले में जांच के लिए दारोगा महेश सिंह ने रुपयों की मांग की, जिसे वो सीधे नहीं कहते थे. पीड़ित ने काम के लिए उनसे कई बार प्रार्थना की, लेकिन दारोगा रुपयों की मांग लगातार कर रहे थे. पीड़ित राजकुमार का कहना है कि कुछ दिन बाद महेश सिंह ने खुद फोन कर कहा कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है आप आ जाइए.
पांच हजार रुपये रिश्वत लेते दारोगा रंगेहाथ गिरफ्तार. इसके बाद दारोगा महेश सिंह इस काम के बदले रिश्वत की मांग करने लगे. पीड़ित ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की. इसके बाद टीम ने मिलकर राजकुमार गुप्ता की मदद की. उन्होंने राजकुमार को रिश्वत की रकम के साथ दारोगा महेश सिंह के पास भेजा, जहां से महेश सिंह को पांच हजार रुपये रिश्वत के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया.
राम सागर प्रभारी निरीक्षक एंटी करप्शन ने बताया कि राजकुमार गुप्ता ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की थी. सोनिया चौकी इंचार्ज महेश सिंह ने उसे एक मुकदमे में से नाम निकालने की एवज में रिश्वत मांगी थी. टीम ने आरोपी दरोगा को कैंट थाने लाकर पूछताछ की. इस कार्रवाई को एसपी एंटी करप्शन राजीव मेहरोत्रा के निर्देश पर वाराणसी एंटी करप्शन यूनिट प्रभारी विनोद कुमार यादव और उनकी टीम ने सफलतापूर्वक अंजाम दिया.