सोनभद्र: बीते साल 17 जुलाई को घोरावल थाना क्षेत्र के उम्भा गांव में जमीन विवाद को लेकर हुई गोलीबारी के मामले में जिला प्रशासन अब भी फूंक-फूंककर कदम रख रहा है. इस कांड में 11 लोगों की मौत हुई थी और 27 घायल हो गए थे. उम्भा गांव में हुए गोलीकांड के बाद मुख्यमंत्री के आदेश पर जांच की गई और सोसाइटी के नाम जो जमीन थी उसको ग्राम समाज किया गया और इस जमीन का पट्टा ग्रामीणों के नाम किया गया. प्रशासन की तरफ से काफी पहले वहां के ग्रामीणों को जमीन दे दी गई थी, लेकिन भविष्य में किसी भी प्रकार का विवाद न हो इसको देखते हुए प्रशासन पत्थर लगाकर जमीन का सीमांकन कर रहा है. इस काम को कुछ दिनों में पूरा कर लिया जाएगा.
उम्भा गोलीकांड के बाद कुल 289 हेक्टेयर जमीन को चिन्हित किया गया. इसमें आबादी, तालाब अन्य चीजों को छोड़कर कुछ जमीनों को ग्राम समाज के नाम भी सुरक्षित रखा गया. इसके बाद कुल 215 हेक्टेयर यानि 861 बीघा जमीन को मूर्तिया ग्राम पंचायत के उम्भा सपही और मूर्तिया के ग्रामीणों को वितरित कर दिया गया. इसमें अधिकतम एक व्यक्ति को 7.5 बीघा जमीन आवंटित की गई. जिसके पास पहले से जमीन थी, उस जमीन को घटाकर उनकी भी जमीन 7.5 बीघा की गई थी.