सोनभद्र: जिले के प्रभारी मंत्री और योगी सरकार में बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉक्टर सतीश चंद्र द्विवेदी दो दिवसीय दौरे पर सोनभद्र आए. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को ड्रेस और स्वेटर आपूर्ति के विषय पर बात की. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार परिषदीय विद्यालयों को मॉडर्न बनाने का काम कर रही है. इसके लिए हमें योगी सरकार को धन्यवाद देना चाहिए.
सोनभद्र पहुंचे सतीश चंद्र द्विवेदी. डॉक्टर सतीश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि स्वेटर बांटने में कोई देर नहीं हुई है. प्रदेश में 1 करोड़ 80 लाख बच्चे हैं. हमनें 10-12 दिसंबर तक 1 करोड़ 59 लाख स्वेटर वितरित कर दिए थे. कुछ स्कूलों में बच्चों को स्वेटर नहीं मिल पाया है, क्योंकि सर्दी की वजह से स्कूल बंद थे. फिर भी प्रदेश के ज्यादातर स्कूलों में बच्चों को स्वेटर मिल गए हैं. यह योगी सरकार की बड़ी उपलब्धि है.
योगी सरकार में लापरवाही से काम हो रहा है
योगी सरकार ने लापरवाही के आरोप में उत्तर प्रदेश की पूर्व बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जयसवाल को उनके पद से हटा दिया था, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि कहीं लापरवाही नहीं हुई है. ज्यादातर बच्चों को ड्रेस और स्वेटर मिल गया है और जो बच्चे रह गए हैं, स्कूल खुलते ही उन्हें भी स्वेटर उपलब्ध करा दिया गया है.
परिषदीय विद्यालयों का हुआ कायाकल्प
परिषदीय विद्यालयों को मॉडर्न बनाने की गति इतनी धीमी क्यों है, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि हमें योगी सरकार को बधाई देना चाहिए. हमने 15000 अंग्रेजी माध्यम के स्कूल बनाए हैं. उसमें से 4000 स्कूलों में स्मार्ट क्लास शुरू कर दी गई है. योगी सरकार आने से पहले किसी ने परिषदीय स्कूलों में स्मार्ट क्लास और प्रोजेक्टर की कल्पना भी नहीं की थी. कायाकल्प योजना के माध्यम से 1 लाख 59 हजार 231 विद्यालयों में से 91000 विद्यालयों को कायाकल्प किया गया है.
उर्दू शिक्षकों के पद नहीं हैं खाली
काफी दिनों से उर्दू शिक्षकों के पद खाली हैं, इस सवाल पर सतीश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि उर्दू शिक्षकों के पद के बारे में ऐसी कोई जानकारी हमारे पास नहीं है. उर्दू शिक्षकों के लिए कोई पद सृजित नहीं है कैसे पता कोई पद रिक्त है. सपा सरकार के समय में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी, भर्ती होनी चाहिए थी.
संस्कृत और अंग्रेजी के शिक्षकों की नहीं हुई भर्ती
शासनादेश के अनुसार संस्कृत, अंग्रेजी और उर्दू शिक्षकों की भर्ती होनी थी, लेकिन सपा सरकार पक्षपातपूर्ण रवैया से काम करती थी. इसलिए केवल उर्दू शिक्षकों की भर्ती हुई. उस दौरान अंग्रेजी और संस्कृत शिक्षकों की भर्ती नहीं की गई. तो हमें संस्कृत और अंग्रेजी शिक्षकों के बारे में सोचना होगा, उर्दू शिक्षक का कोई पद रिक्त नहीं है.
अर्थव्यवस्था पर सतीश चंद्र द्विवेदी का जवाब
आप अर्थशास्त्र के प्रवक्ता हैं तो देश की गिरती हुई अर्थव्यवस्था पर आपका क्या कहना है, इस सवाल पर उन्होंने बताया कि अभी-अभी वर्ल्ड बैंक की एक रिपोर्ट आई है. वर्ल्ड बैंक के चेयरमैन ब्रांजे ने अपनी रिपोर्ट दी है और कहा कि पूरी दुनिया जिस समय मंदी का शिकार थी, उस स्थिति में भी भारतीय अर्थव्यवस्था में 4.6 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है. उन्होंने भारत की इस मंदी के दौरान भी सरकार के बेहतर अर्थप्रबंधन के लिए मोदी सरकार की प्रशंसा की है.