सीतापुर: यूपी सरकार ने प्रत्येक वर्ष फाल्गुन माह में अमावस्या के पश्चात शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से एक माह तक 84 कोसी होली परिक्रमा मेला को प्रान्तीयकृत मेला घोषित कर दिया है. ये मेला जिले में मिश्रित में लगता है. यहां के साधु-संतों और तीर्थ पुरोहितों द्वारा लंबे समय से इस परिक्रमा मेले के प्रान्तीयकरण की मांग की जा रही थी, जिसे अब योगी सरकार ने पूरा कर दिया है.
डीएम अखिलेश तिवारी ने बताया कि संयुक्त प्रान्त मेला अधिनियम 1938 की अपेक्षानुसार इस संबंध में शासन द्वारा आपत्तियां और सुझाव आमंत्रित किये जाने की दृष्टि से सरकारी अधिसूचना 02 सितम्बर 2019 को गजट में प्रकाशित की गयी थी. निर्धारित समय के भीतर इसमें कोई आपत्ति या सुझाव नहीं प्राप्त हुआ, जिसके बाद राज्यपाल महोदया ने प्रत्येक वर्ष फाल्गुन माह में अमावस्या के पश्चात शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से एक माह तक चलने वाले 84 कोसी होली परिक्रमा मेला, मिश्रिख को प्रान्तीयकृत मेला घोषित कर दिया है. यह मेला नैमिषारण्य के चक्रतीर्थ से प्रारम्भ होकर 11 पड़ावों को पार करते हुए मिश्रिख पहुंचता है. मिश्रिख तीर्थ में पांच दिन तक यह पंचकोसीय परिक्रमा के रूप में रहता है. इस परिक्रमा में देश के कोने-कोने से ही नहीं, बल्कि पड़ोसी देश नेपाल के श्रद्धालु भी परिक्रमार्थी के रूप में शामिल होते हैं.