सीतापुर: जिला महिला चिकित्सालय में एक महिला की डिलीवरी के दौरान सीएमएस की लापरवाही का मामला सामने आया है. आरोप है कि डॉक्टर ने ऑपरेशन के दौरान तौलिया मरीज के पेट में ही छोड़ दिया, जिससे महिला मरीज की न सिर्फ आंत में संक्रमण हो गया, बल्कि उसे अन्य परेशानियों से भी गुजरना पड़ा. बाद में लखीमपुर खीरी के एक डॉक्टर ने दोबारा ऑपरेशन करके उस तौलिए को बाहर निकाला, तब कहीं जाकर मरीज को राहत मिली. पीड़िता के पति ने इस संबंध में डीएम, एसपी और सीएमओ को शिकायत पत्र भेजकर कार्रवाई किए जाने की मांग की है. हालांकि सीएमएस ने अपने ऊपर लगाये गए आरोपों को निराधार बताया है.
डिलीवरी के दौरान हुई लापरवाही
शहर के पुराना सीतापुर कजियारा निवासी शगुफ्ता अंजुम पत्नी मोहम्मद फैजान अख्तर अंसारी को बीती 5 जून को प्रसव के लिए सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था. उसी दिन दोपहर में लगभग 12 बजे सीएमएस डाॅ. सुषमा कर्णवाल ने महिला का सिजेरियन ऑपरेशन किया. इसके बाद महिला ने एक बेटी को जन्म दिया. डॉक्टर ने ऑपरेशन के बाद पेट में टांके लगाकर उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया. आपरेशन के बाद 9 जून को उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया.