सीतापुर:जिले में हर वर्ष पशु मेले का आयोजन किया जाता है. लॉकडाउन के कारण पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आए 12 से अधिक पशु व्यवसायी भुखमरी के कगार पर पहुंच गए है. सैकड़ों की तादात में पशु मेले में लाई गई भैंसें, पड़ियों, बछियों की बिक्री बाधित होने से पशुओं को चारा भी नहीं खिला पा रहे हैं.
व्यापारी और पशु हो रहे भुखमरी के शिकार
होली परिक्रमा मेले की समाप्ति के बाद दधीचि आश्रम के पास बाग में हर साल पशु मेले का आयोजन किया जाता था. इस मेले का शुभारंभ किया जा चुका था लेकिन, लॉकडाउन के वजह से सारा व्यवसाय चौपट हो गया.
पशु मेले में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, बुलन्दशहर आदि के पशु व्यवसायी सलीम, शकील, अनुराग, गुलशन, रईस, गुलफान, इसरार, दिनेश आदि लोग भैंस, पड़िया व बछियों की खेप लेकर मेले में आते थे. अचानक कोरोना महामारी के विश्वव्यापी संक्रमण होने के वजह से केन्द्र सरकार ने लॉकडाउन घोषित कर दिया है.