शाहजहांपुर: हमारे देश में तमाम देवी-देवताओं की पूजा की जाती है, लेकिन किसी बड़ी समस्या से निजात पाने के लिए उल्लू का पूजन करना अपने में कुछ अलग ही बयां करता है. जिले के डिग्री कॉलेजों के प्रोफेसर इकट्ठा होकर नदी के किनारे उल्लू का पूजन करते हैं. डिग्री कॉलेजों के यह प्रोफेसर पिछले 10 सालों से उल्लू का पूजन करते चले आ रहे हैं. यह उल्लू पूजन सिर्फ दिवाली पर ही होता है.
कोरोना वायरस से निजात के लिए शाहजहांपुर में किया गया उल्लू पूजन - उल्लू पूजन करते शाहजहांपुर डिग्री कॉलेज प्रोफेसर
शाहजहांपुर जिले के डिग्री कॉलेजों के प्रोफेसर इकट्ठा होकर नदी के किनारे उल्लू का पूजन किया. डिग्री कॉलेजों के यह प्रोफेसर पिछले 10 सालों से उल्लू का पूजन करते चले आ रहे हैं. इसका उद्देश्य कोरोना वायरस से समाज को निजात दिलाना था.
उल्लू का किया पूजन
उल्लू अंधकार का प्रतीक है. इस वर्ष यह चीन के सत्ता प्रतिष्ठान में घुस गया है और उन्होंने आर्टिफिशियल वायरस फैलाकर पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को चौपट करने का प्रयास किया है. इसी अंधकार पूर्ण नीति के चलते मानवता की अपार क्षति पहुंची है. ईश्वर से आराधना है कि चीन के हुक्मरानों को सदबुद्धि दे और वे ऐसी हरकतों से बाज आएं.
डॉ अनुराग अग्रवाल, स्वामी शुकदेवानंद पीजी कॉलेज, विभाग अध्यक्ष, कॉमर्स
Last Updated : Nov 14, 2020, 3:00 PM IST