सहारनपुर: राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) योजना के तहत महिलाओं को लकड़ी के खिलौने बनाने का प्रशिक्षण देने की पहल की गई है. इन दिनों जिले में महिलाओं को लकड़ी के खिलौने बनाना सिखाया जा रहा है. बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं लकड़ी की कार, ट्रक, जीप आदि खिलौने बनाना तो सीख ही रही हैं. साथ ही मार्केटिंग की ट्रेनिंग भी ले रही हैं. ताकि महिलाएं खिलौने बनाकर खुद ही मार्केटिंग कर बाजार में बेच सकें. इससे इन खिलौनों की बिक्री से होने वाला पूरा मुनाफा महिलाओं को मिल सकेगा.
पीएम मोदी के आह्वान पर की पहल
मार्च 2020 में समूचा देश कोरोना वायरस की चपेट में आया था. कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन लगने से जहां पूरा देश थम गया था. वहीं बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो गए थे. प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर सहारनपुर के NRLM विभाग ने ग्रामीण महिलाओं के लिए रोजगार की अनोखी पहल की है. NRLM योजना के अंतर्गत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है. स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को खिलौने बनाने सिखाए जा रहे हैं. एक साथ कई गांवों की महिलाएं लकड़ी के खिलौने बनाना सीखकर खुद आत्मनिर्भर बन रही हैं.
वुडन टॉय के साथ मार्केटिंग की ट्रेनिंग
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से उनके परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे. NRLM की ओर से स्वयं सहायता समूह को स्वरोजगार देने की पहल की गई. यहां ग्रामीण समूह में आई महिलाएं लकड़ी के खिलौने तो बनाना सीख ही रही हैं. साथ खिलौने बेचने के लिए मार्केटिंग की ट्रेनिंग भी दी जा रही है. 20 से ज्यादा महिलाओं का यह समूह कड़ी मेहनत से ट्रेनिंग ले रहा है. मार्केटिंग ट्रेनिंग लेकर खुद बाजारों में जाकर अपने सामान को बेच सकेंगी. बाजार में खिलौनों को बेचने से होने वाला पूरा मुनाफा सीधा महिलाओं के खाते में जाएगा. महिलाओं का कहना है कि समूह के जरिए इन खिलौनों को छोटी दुकानों से शोरूम और बड़े बाजारों तक स्वयं बेचने का काम करेंगी.