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सहारनपुर: ग्राम पंचायतों में विकास कार्य कराने के नाम पर उच्च अधिकारियों तक हो रही बंदरबाट - ग्राम विकास अधिकारी तय कर रहे कमीशन

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में ईटीवी भारत के पास एक ऐसा वीडियो आया है, जिसमें जिले के विकासखण्ड रामपुर मनिहारान के गांव सकतपुर के ग्राम विकास अधिकारी संजीव कुमार गांव के विकास के नाम पर ग्राम प्रधान से कमीशन तय करते नजर आ रहे हैं.

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विकास कार्य के नाम पर तय किया जा रहा कमीशन.

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Published : Mar 20, 2020, 7:31 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

सहारनपुर:एक ओर जहां योगी सरकार प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के दावे कर रही है, वहीं सरकार के कुछ नुमाइंदे सरकार के दावों की पोल खोलने में लगे हुए हैं. शुक्रवार को एक वीडियो ईटीवी भारत के हाथ लगा, जिसमें ग्राम विकास अधिकारी संजीव कुमार ग्राम प्रधान से गांव में गली, नाली, स्ट्रीट लाइट, नलके आदि विकास कार्य कराने के नाम पर न सिर्फ अपने लिए 12 प्रतिशत कमीशन की सौदेबाजी कर रहे हैं, बल्कि ऑडिट, जिला पंचायत राज अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी, जेई, एडीओ पंचायत समेत उच्च अधिकारियों के नाम कमीशन भी तय करते दिखाई दे रहे हैं.

विकास कार्य के नाम पर तय किया जा रहा कमीशन.

ग्राम विकास अधिकारी तय कर रहे कमीशन

ग्राम विकास अधिकारी: प्रधान 12 के हिसाब से मेरे पास आना है.

ग्राम प्रधानःकुछ कम में चला लो काम.

ग्राम विकास अधिकारी: प्रधान जी मैं कम में क्यों चलाऊ.
ग्राम प्रधानः इसमें कम कर लो.

ग्राम विकास अधिकारी: नहीं नहीं मैं इसमें क्या कम कर लूं.
ग्राम प्रधानः10 या 12 प्रतिशत में दिक्कत है.

ग्राम विकास अधिकारी: दिक्कत ये है आप लोग चाह रहे है कि सारा तुन्हें मिल जाए.
ग्राम प्रधान: आप हैंडपंप में कर लो जैसा करना है.

ग्राम विकास अधिकारी:इसमें पूरा 12 प्रतिशत लूंगा.
ग्राम प्रधान: 12 प्रतिशत ज्यादा है.

ग्राम विकास अधिकारीः मुझे तो लाइट लगाने में कुछ नहीं मिला, उसमें 30 हजार बचे.
ग्राम प्रधान: इसमें अब कितना जा रहा, 10-12 परसेंट तो उसमें जुड़ गया.

ग्राम विकास अधिकारीः ये तो न मेरी जेब से गया और न आपकी जेब से वह सरकारी खाते से सरकारी खाते में ही गया है. मैं टोटल 10 प्रतिशत लूंगा और जो अन्य खर्चे हैं इनका क्या होगा.
ग्राम प्रधान: अन्य कौन से खर्चे?

ग्राम विकास अधिकारीः उच्च अधिकारियों के खर्चे और अन्य खर्चे हैं, उनका बताओ कैसे होगा.
ग्राम प्रधान: कैसा कौन सा खर्चा.

ग्राम विकास अधिकारीः सब नम्बर एक में ही है. नम्बर 2 में कहीं नहीं है. मैं आपके कहने पर 10 परसेंट पर रह लूंगा, लेकिन ऊपर के खर्चे को कहीं न कहीं से देना पड़ेगा. जैसे ऑडिट होगा अभी. वर्ष 2018-19 का ऑडिट होना है, उसकी फाइल मैं आजकल में दूंगा. एक परसेंट उसको देना. लगभग 18-19 का खर्चा भी कम ही होगा, क्योंकि ज्यादातर खाता बंद ही रहा. 19-20 में बंद रहा, 18-19 का भी, हमारा 10-12 लाख का होगा. 10-12 हजार तो उसके बैठेंगे जो उसे देना पड़ेगा.
ग्राम प्रधान: बस आप ही 10 प्रतिशत में निपटा लो. इस बार जो नाले का निर्माण होगा, वह करवा रहा हूं. आप इसमें कर लेना जिस तरह करना चाहो.

ग्राम विकास अधिकारीः नहीं मैं ये डीआरओ, बीडीओ, चलो जेई का तो इसमें पहले ही चला गया. एडीओ पंचायत ये सब मैं 10 परसेंट में ही निपटाऊं?
ग्राम प्रधानः ये तो सब आपके अंडर की बात है आप निपटा लो.

ग्राम विकास अधिकारीः नहीं एक बात बताओ, क्या तुम उससे भी गए गुजरे हो गए, जो ब्लॉक में 13 परसेंट बातें तय हुई थी, तुम उससे भी गए गुजरे हो गए.
ग्राम प्रधानः 13 परसेंट?

ग्राम विकास अधिकारीःहां.
ग्राम प्रधानः13 परसेंट तभी तो हुई थी, उसके बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई. टेंडर सिस्टम में 13 परसेंट कौन दे देगा?

ग्राम विकास अधिकारीः क्यों टेंडर सिस्टम में कौन सी दिक्कत पड़ रही. टेंडर सिस्टम में 13 परसेंट देते हुए. टेंडर सिस्टम तो नम्बर एक है, काम तो इतना ही हो रहा टेंडर सिस्टम में कोई पैसे थोड़ी घट गए.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

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