सहारनपुर: चाइना में कोरोना वायरस से हजारों लोगों मौत हो चुकी है. वहीं इसको लेकर पूरी दुनिया में दहशत का माहौल है. कोरोना वायरस से बचाव के लिए जहां चीन से आए भारतीयों को स्वास्थ्य विभाग की देखरेख में रखा जा रहा है. वहीं स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने चाइना से आए मेडिकल उपकरण के इस्तेमाल में सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं.
चाइना के सामानों के प्रयोग में सतर्कता
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक 15 जनवरी के बाद चाइना से आने वाले ऑपरेशन उपकरणों के इस्तेमाल को पूरी तरह बंद कर दिया है. इतना ही नहीं प्राइवेट डॉक्टरों को भी चाइनीज सीजर, सुई, सिरिंज, ब्लेड समेत कई उपकरणों के प्रयोग से बचने की सलाह दी है. सीएमएस एस. के. वार्ष्णेय ने ईटीवी भारत को बताया कि इन सभी उपकरणों को जांच के बाद ही प्रयोग में लाया जाए, जिससे किसी भी तरह का संक्रमण न फैल सके.
दूसरे देशों से आने वालों की हो रही जांच
उन्होंने बताया कि सहारनपुर में कोरोना वायरस के भय का वातारवरण नहीं है. चीन में 7 जनवरी से कोरोना वायरस फैलना शुरू हुआ था. चाइना के कोरोना प्रभावित क्षेत्रों से भारतीय या फिर दूसरे देशों से आ रहे लोगों जांच की जा रही है. इस दौरान जिन लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जा रहे हैं, उन्हें तत्काल आईसोलेशन वॉर्ड में भर्ती किया जा रहा है. वहीं जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं भी हैं, उन्हें भी 28 दिनों के लिए मेडिकल परीक्षण में रखा जा रहा है, जिससे उनके जरिए किसी तरह का संक्रमण न फैल सके.
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कम होती है संक्रमण की आशंका
गनीमत है कि अभी तक सहारनपुर में कोरोना वायरस के एक भी मरीज की पुष्टि नहीं हुई है. साथ ही 15 जनवरी के बाद आए चाइनीज हर सामान की जांच की जा रही है कि उसमें किसी भी प्रकार के वायरस तो नहीं हैं. सभी जांचों के बाद ही इन सामानों को प्रयोग में लाया जा रहा है. उनका कहना है कि ऐसे सामानों में संक्रमण होने की आशंका बहुत ही कम होती है, क्योंकि वायरस बाहरी वातावरण में आने पर स्वत: ही खत्म हो जाता है. बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं चाहता.