सहारनपुर: गृह तथा सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को सहारनपुर में उत्तर प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी सौगात दी है. उन्होंने 92 करोड़ की लागत से 50.43 एकड़ में जनता रोड स्थित पुंवारका में बनने वाले मां शाकुंभरी राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया. अमित शाह के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस कार्यक्रम में शामिल थे.
कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने कहा कि ये सौभाग्य की बात हैं कि मां शाकुम्भरी देवी की धरती पर विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य होने जा रहा है. प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में जो महायज्ञ चल रहा है, उसमें एक कड़ी आज और जुड़ रही है. उन्होंने कहा कि एक समय था जब यूपी में बस दंगे होते थे, हमारी बहन-बेटियों को पढ़ाई के लिए अन्य राज्यों में भेजना पड़ता था, क्योंकि वह उत्तर प्रदेश में सुरक्षित नहीं थीं. लेकिन आज किसी की मजाल नहीं है जो उनके सम्मान के साथ खिलवाड़ कर सके. अमित शाह ने कहा कि 2017 में जब मैं सहारनपुर आया था तो यहां लोग कहते थे कि हम यूपी में सत्ता परिवर्तन कर देंगे तब हमारा पलायन रुकेगा. तब हमने वादा किया था कि एक बार भाजपा को मौका दीजिए, जो पलायन करा रहे हैं वो खुद ही पलायन कर लेंगे. आज यही हो रहा है.
शाकुंभरी विश्वविद्यालय का शिलान्यास अमित शाह ने गन्ना किसानों को लेकर कहा कि हमने कहा था कि गन्ना किसानों को समय पर भुगतान किया जाएगा. आज यूपी में भाजपा सरकार के साढ़े चार वर्षों में गन्ना किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान 90 प्रतिशत तक कर दिया गया है. अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए अमित शाह ने कहा कि अखिलेश जी आप चश्मा कहां से लाते हैं, जिसे लगाकर आपको यूपी में अपराध बढ़ाता दिख है ? उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव घर जाकर आंकड़े खंगाल लें तो पता चल जाएगा कि आज यूपी में अपराध खत्म हुआ है, दंगे नहीं होते और यहां कानून का राज है.
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शाकुंभरी विश्विद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने कहा कि मां शाकुम्भरी देवी के नाम पर विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है, जिससे हमारी आस्था के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहचान मिलेगी. पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा पिछली सरकारों के पास विकास का कोई एजेंडा नहीं था. जहां जातिवाद होगा, वहां वंशवाद और परिवारवाद हावी होगा. उन्होंने कहा वहां विकासवाद और राष्ट्रवाद की जगह कैसे हो सकती है. सीएम ने कहा कि सहारनपुर जनपद दशकों से मांग करता रहा है कि उसके पास उनका अपना विश्वविद्यालय होना चाहिए, लेकिन वंशवाद और परिवारवादी सरकारों ने यहां का विकास नहीं किया.
आजादी के समय जो यूपी देश के विकास में अग्रणी भूमिका निभा रहा था, वह प्रदेश अराजकता के चलते बीमारू राज्य में बदल गया. पिछली सरकारों में दंगा और माफिया गिरी यूपी पहचान बन गई थी. आज यह देश सुरक्षित हाथों में हैं और विकास की नई बुलंदियों को छू रहा है. उन्होंने कहा कि एक समय था जब दिल्ली से सहारनपुर आने में 10 घंटे लगते थे लेकिन, अब ढाई घंटे में उस सफर को पूरा किया जा रहा है.
सीएम ने कहा कि पहले यूपी में पलायन, दंगे और अराजकता चरम पर थी, जिससे प्रदेश की छवि खराब हो गई थी. बेटियां स्कूल नहीं जा पाती थीं, यह प्रदेश पिछड़ते-पिछड़ते बीमारू राज्य के रूप में गिना जाने लगा था. उन्होंने कहा कि तब की सरकार ने मुजफ्फरनगर दंगे के मुख्य आरोपी को मुख्यमंत्री आवास में सम्मानित करके बड़ी ही बेशर्मी के साथ प्रदेश के दंगाईयों के हौसलों को बढ़ावा दिया था.
इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री/उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा के साथ योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, सूर्यप्रताप शाही, भूपेन्द्र चौधरी, डॉ. धर्म सिंह सैनी, राज्य मंत्री नीलिमा कटियार, केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान और सांसद कैराना प्रदीप चौधरी भी थे. इनके साथ सहारनपुर से लोकसभा का चुनाव लडने वाले राघव लखन पाल और भाजपा नेता किरात सिंह भी शामिल थे.