रायबरेली/सीतापुरः बछरांवा थाना क्षेत्र के बांदा-बहराइच राष्ट्रीय राजमार्ग पर नंदाखेड़ा गांव के पास शनिवार को दर्दनाक हादसा हो गया. तिलक चढ़ाकर लौट रहे बोलेरो सवार लोगों की गाड़ी तेज रफ्तार डंपर से टकरा गई. टक्कर इतनी जोरदार थी कि मौके पर ही बोलेरो सवार तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. आसपास के लोगों की मदद से पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए सीएचसी ऊंचाहार पहुंचाया, जहां मौजूद चिकित्सक ने उनका प्राथमिक उपचार कर उनकी गंभीर हालत को देखते हुए लखनऊ रेफर कर दिया. शवों को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर दुर्घटना की सूचना मृतकों के परिवार को दी.
जानकारी के अनुसार फतेहपुर निवासी अनुग्रह सिंह अपने साथियों के साथ तिलक चढ़ाने के लिए लखीमपुर खीरी गए थे और देर रात वहां से वापसी कर रहे थे. उनकी बोलेरो रायबरेली के बछरांवा थाना क्षेत्र के नंदाखेड़ा गांव के पास पहुंची, तभी सामने से आ रहे तेज रफ्तार डंपर से टकरा गई. हादसे में बोलेरो सवार 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए और तीन लोग अनुग्रह, राजेश व सुरेश की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, दो लोगो की हालत गंभीर है.
सीतापुर में हादसा
जिले के महमूदाबाद कोतवाली क्षेत्र के अतरौली मोड़ के पास बिसवां मार्ग पर ट्रैक्टर-ट्राली व कार की आमने-सामने जोरदार भिड़ंत हो गई. हादसे में तीन महिलाओं व दो बच्चों समेत आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों को इलाज के लिए सीएचसी महमूदाबाद लाया गया, जहां से गंभीर रूप से घायल तीन लोगों को लखनऊ के मेडिकल कॉलेज स्थित ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया. हादसे के बाद सीएचसी में अधीक्षक के लापरवाही भरे बर्ताव के चलते काफी देर तक हंगामे का माहौल बना रहा.
रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र के ग्राम महिमापुर निवासी अबरार (35) पुत्र मासूम अली अपनी डिजायर कार से जुड़नापुर निवासी मो. सलीम (50) पुत्र बदलू, समनापुर निवासी गुड्डू (30) पुत्र आशिक अली, रेशमा (28) पत्नी गुड्डू, मजीद (03) पुत्र गुड्डू, कमरजहां (30) पत्नी रब्बानी, रोशनी (04) पुत्री रब्बानी, किस्मतुल (40) पत्नी मो. उवैश एक रिश्तेदारी में अंतिम संस्कार में शामिल होने बिसवां के महिमापुर गांव गए थे. वहां से वापस आते समय इनकी कार को महमूदाबाद कोतवाली क्षेत्र के अतरौली गांव की मोड़ के पास एनएच 727 मार्ग पर सामने से आ रहे अनियंत्रित ट्रैक्टर ने टक्कर मार दी.
दुर्घटना में कार में सवार आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों को इलाज के लिए पुलिस की गाड़ी से आनन-फानन में सीएचसी महमूदाबाद लाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल गुड्डू, सलीम व किस्मतुल को लखनऊ के मेडिकल कॉलेज स्थित ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया. घटना के बाद टैक्टर चालाक मोके से फरार हो गया. घटना को लेकर महमूदाबाद के पैगम्बरपुर निवासी सलमान पुत्र समसुद्दीन ने कोतवाली में लिखित तहरीर दी. सूचना मिलते ही सीओ रवि शंकर प्रसाद, कस्बा इंचार्ज सुरेश पाल, सपा के निवर्तमान प्रदेश छात्रसभा अध्यक्ष दिग्विजय सिंह देव मौके पर पहुंचे और घायलों का हाल जाना.
सीएचसी अधीक्षक का अमानवीय बर्ताव
हादसे में घायल होने के बाद सीएचसी महमूदाबाद पहुंचे आठ घायलों का प्राथमिक उपचार इमरजेंसी में तैनात डॉ. अनवर अकेले ही करते रहे. इस दौरान सीएचसी में काफी चीख-पुकार भी होती रही, लेकिन अपने केबिन में कुछ लोगों के साथ बैठे सीएचसी अधीक्षक डॉ. विवेक कनौजिया ने बाहर आने की जहमत भी नहीं उठाई, जिस पर वहां मौजूद लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. इसके बाद भी सीएचसी अधीक्षक के कान पर जूं तक न रेंगी. मौके पर पहुंचे सपा के निवर्तमान छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह देव के काफी हंगामे के बाद सीएचसी अधीक्षक अपने केबिन से निकलकर बाहर आये और घायलों का हाल जाना.
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